REPORT TIMES
झुंझुनूं: लीबिया में दो महीने पहले एक जहाज के अपहरण का मामला सामने आया था जहां नौ भारतीय क्रू मेंबर्स को बंधक बनाकर रखा गया है. ट्रिपोली में भारत के इन 9 लोगों को करीब 2 महीने से सशस्त्र लोगों ने किडनैप कर भूमध्य सागर किनारे एक पोर्ट पर बंधक बनाकर रखा हुआ है जिसमें झुंझुनूं जिले के रूपपुरा (कुलोठ खुर्द) का रहने वाला मर्चेंट नेवी चीफ इंजीनियर कर्मपाल गढवाल (36) भी शामिल है. अब कर्मपाल और उसके साथ फंसे लोगों ने एक वीडियो बनाकर अपने भाई को भेजा है जिसके बाद उसके परिजनों ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से कर्मपाल की सकुशल वापसी की गुहार लगाते हुए पत्र लिखा है. कर्मपाल के परिजनों ने बताया कि वह मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर है और उसने मैसर्स रेडविंग शिपिंग एसए कंपनी में इसी साल 2 जनवरी को चीफ इंजीनियर रैंक पर माल्टा से शिप माया-1 ज्वॉइन किया था जहां जहाज पर 9 भारतीय क्रू मेंबर थे.कर्मपाल के परिजनों की ओर से सरकार को लिखे गए पत्र में बताया गया है कि इंजीनियर कर्मपाल और उनके साथी एक जनवरी 23 को भारत से माल्टा पहुंचे जहां शिप माया-वन ज्वाइन किया और ट्यूनीशिया-इजिप्ट के लिए रवाना हुए थे. इसी दौरान खराब मौसम के चलते उनका जहाज लीबिया के समुद्री इलाके में चला गया जहां उनके जहाज का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया.बता दें कि जहाज में फंसे लोगों में उत्तरप्रदेश के अफताब आलम, जितेंद्र कुमार यादव, कोलकाता के शुभांकर बिश्वास, उत्तर प्रदेश के मो. नसीम आजम, गुजरात के सूर्यप्रताप सिंह, राहुल हरकेश भाई राजपूत और हिमाचल प्रदेश के राजेश कुमार शामिल हैं.
उपराष्ट्रपति से लगाई परिजनों ने गुहार
जहाज में फंसे हुए युवाओं ने अब वीडियो बनाकर परिजन को भेजा है जिसके बाज कर्मपाल के भाई, जो खुद मर्चेंट नेवी में है, उन्होंने केंद्र सरकार से भी मामले में दखल देने की गुहार लगाई है. वहीं 9 भारतीय जवानों के फंसने का मामला उपराष्ट्रपति भवन भी पहुंच गया है. जानकारी के मुताबिक इंजीनियर कर्मपाल के भाई धर्मेंद्र ने चिड़ावा पहुंचकर उपराष्ट्रपति के रिश्ते में भतीजे और चिड़ावा हार्डवेयर एंड इलेक्ट्रिकल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र धनखड़ को मामले से अवगत करवाया. वहीं इस पर धनखड़ ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के पास मामले को पहुंचाते हुए जवान को सकुशल लौटने में मदद दिलवाने का आश्वासन दिया है. इधर उपराष्ट्रपति भवन की दखल के बाद मामला विदेश मंत्रालय के संज्ञान में आया जिसके बाद विदेश मंत्रालय ने जवानों को सुरक्षित निकालने के प्रयास तेज कर दिए हैं.
16 साल से कर्मपाल है मर्चेंट नेवी में इंजीनियर
वहीं धर्मेंद्र ने जिला कलेक्टर के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी एक पत्र भेजकर भारतीय दूतावास के जरिए से लीबिया के दूतावास से संपर्क साधकर सभी भारतीयों को छुड़ाने की गुहार लगाई है. बता दें कि इंजीनियर कर्मपाल मैसर्स रेडविंग शिपिंग एसए कंपनी के लिए काम करते हैं जो वहां चीफ इंजीनियर हैं और पिछले 16 साल से वह मर्चेंट नेवी में काम कर रहे हैं जहां वह कई विदेशी कंपनियों के जहाजों पर काम कर चुके हैं. इधर तुर्की के मैसर्स रेडविंग शिपिंग एसए कंपनी में उन्होंने इसी साल 2 जनवरी को ज्वॉइन किया था.