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अलवर: राजस्थान विधानसभा चुनावों से पहले अब गहलोत सरकार के मंत्री और विधायक अपने क्षेत्रों में सक्रिय होते नजर आ रहे हैं लेकिन सोमवार को अलवर में सीएम गहलोत के मंत्री टीकाराम जूली के गृह क्षेत्र में एक कार्यक्रम के दौरान बवाल हो गया. मिली जानकारी के मुताबिक अलवर शहर के इंदिरा गांधी स्टेडियम में सोमवार को मुख्यमंत्री दिव्यांगजन स्कूटी वितरण कार्यक्रम चल रहा था इसी दौरान वहां एक दिव्यांग महिला पहुंची और मंच से भाषण दे रहे मंत्री को टोकते हुए 10 साल तक स्कूटी के लिए चक्कर लगवाने के आरोप लगाने लगी. बता दें कि महिला माया सैनी के हाथ में इस दौरान एक पेट्रोल की बोतल थी और महिला ने कहा कि मुझे न्याय चाहिए नहीं मैं आज यहीं आत्महत्या करूंगी. वहीं कार्यक्रम में अचानक हंगामा होते देख समाज कल्याण मंत्री टीकाराम जूली ने महिला को बैठने की अपील की लेकिन वह नहीं मानी. इसके बाद एक पुलिस अधिकारी ने महिला से पेट्रोल की बोतल छीन ली और फिर महिला से समझाइश की गई. महिला ने आरोप लगाया कि उन्हें स्कूटी देने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अभी तक कुछ नहीं मिला है.
कई चक्कर काटे पर नहीं मिली स्कूटी
बता दें कि शहर के फूटी खेल इलाके में रहने वाली माया सैनी एक पैर से दिव्यांग है जिनका आरोप है कि उन्हें कई बार स्कूटी के लिए आश्वनासन दिया गया लेकिन उनका नंबर नहीं आया. महिला ने बताया कि हर बार कहा जाता है कि आपका नंबर आएगा लेकिन कभी नहीं आता है. माया देवी ने कहा कि उन्होंने समाज कल्याण विभाग में सारे कागज जमा करवा दिए हैं और वह कई बार विभाग के चक्कर लगा चुकी है लेकिन कहीं पर सुनवाई नहीं हो रही है.
महिला ने लगाए संगीन आरोप
वहीं माया देवी ने आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग में पैसे लेकर स्कूटी दी जा रही है और उससे भी पैसे की मांग की गई थी. महिला ने मंत्री के सामने ही कहा कि उसका नाम लिस्ट में आ गया है लेकिन फिर भी स्कूटी नहीं दी जा रही है. दरअसल माया सिलाई का काम करती है और उसने एक साल पहले विभाग में स्कूटी के लिए आवेदन किया था जिसके बाद जरूरी कागजात भी जमा करवा दिए थे.वहीं इस पूरे घटनाक्रम के बाद कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली ने बताया कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के मुताबिक 5 हजार स्कूटी दी जानी है जिनमें सरकार ने बीपीएल और गरीब परिवारों पर फोकस किया है. हालांकि महिला का नाम लिस्ट में आ चुका है.