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चिड़ावा। चिड़ावा पालिकाध्यक्ष सुमित्रा सैनी नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उनके निवास पर मुलाकात की। इस दौरान पालिकाध्यक्ष सुमित्रा सैनी ने मुख्यमंत्री को क्षेत्र में हो रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने शहर में विकास कार्यों को लेकर भी मुख्यमंत्री से चर्चा की और वार्डों में जल भराव की समस्या से अवगत कराया। मुख्यमंत्री गहलोत ने समस्या के समाधान को लेकर प्रस्ताव पर विचार करने का आश्वासन दिया है। इस दौरान उन्होंने पूर्व पालिकाध्यक्ष ओमप्रकाश सैनी के परिवार के साथ सेल्फी भी खिंचवाई और सभी से आत्मीयता से बात की। इस दौरान चिड़ावा क्रय विक्रय सहकारी समिति चेयरमैन मुकेश सैनी, कोमल सैनी, राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत शिक्षक प्रताप सिंह बुडानिया, राज्य स्तर पर सम्मानित शिक्षक रामप्रताप सैनी, हेतराम पायल, राघवेंद्र कृष्ण त्रिपाठी, रेणु सैनी, सीताराम सैनी, मनजीत आदि मौजूद रहे।

चिड़ावा को जिला बनाने की मांग
इस दौरान एक प्रतिनिधि मंडल ने सामरिक महत्व और बॉर्डर इलाके पर सुरक्षा व आपराधिक गतिविधियों पर लगाम को लेकर खेतड़ी शामिल करते हुए चिड़ावा को जिला बनाने की मांग भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने रखी है। मुख्यमंत्री से उन्होंने बताया कि खेतड़ी जहां राजशाही के समय से ही राजधानी रह चुका है, तो वहीं स्वामी विवेकानंद महाराज अजीत सिंह की स्मृति यहां से जुड़ी हुई है। इसके अलावा आयुध डिपो और कॉपर खान इस क्षेत्र के महत्व को दर्शाता है तो वहीं चिड़ावा में सीमा इलाका, बिट्स पिलानी, नरहड दरगाह, छावनी, बावलिया बाबा मंदिर, चिड़ावा की प्रसिद्ध मिठाई पेड़ा आदि तो यहां की खासियत है ही साथ ही यहां के डालमिया, बिरला, सोमानी, सेखसरिया सहित काफी उद्योगपति यहीं इसी धरती के लाल है। वहीं भारतीय सेना में भी सबसे अधिक भागीदारी इसी क्षेत्र की है। ऐसे में इसे जल्द से जल्द खेतड़ी को शामिल करते हुए चिड़ावा को जिला घोषित किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस प्रस्ताव को भी गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि अगर आगे जिलों का विचार हुआ तो इस पर भी गंभीरता से विचार किया जाएगा।
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