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चिड़ावा। भगवान कृष्ण की बाल लीलाएं संसार के प्राणियों के मन को आनंदित करने वाली हैं। भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप में माखन चोरी, कालिया मर्दन, राक्षसों के वध की लीलाओं ने संसार को काफी प्रेरणा भी दी है। उक्त कथन शहर की कॉलेज रोड़ के पास सनातन आश्रम पोद्दार पार्क स्थित महालक्ष्मी धाम में चल रही श्रीमद्भागवत कथा पंचदशह पारायण महोत्सव के नवे दिन कथा व्यास वाणी भूषण पण्डित प्रभुशरण तिवाड़ी ने व्यास पीठ से भगवान की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कहे। तिवाड़ी ने कालियामर्दन की लीला का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा कि संसार की मोह माया रूपी कालिया का मर्दन कर भगवान अपने भक्त का उद्धार करते हैं। कालिया नाग के अभिमान का भगवान ने मर्दन किया। कथा के प्रारंभ में यजमान लुधियाना प्रवासी कस्तूर चंद फतेहपुरिया और परिजनों ने तिलकार्चन कर वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य भागवत व व्यास पूजन किया।
कथा के दौरान सजाई गई भगवान कृष्ण की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही। कथा के दौरान सुलोचना देवी फतेहपुरिया ने भी भजनों की सुंदर प्रस्तुति दी। इस दौरान जगदीश फतेहपुरिया, श्रीमेढ स्वर्णकार समाज अध्यक्ष राजेश सोनी, ओमप्रकाश चौधरी,जगदीश सोनी, शंभूदयाल पुजारी, सनातन आश्रम विकास समिति अध्यक्ष पवन शर्मा ढाणी वाला, गोपाल महमिया, आचार्य नरेश जोशी, सियाराम शर्मा, दयाराम शर्मा, विक्रम शर्मा, मनोहर सैनी, कपिल फतेहपुरिया, सत्यनारायण शर्मा, जयसिंह नेहरा, यादव प्रसाद शर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिला-पुरूष मौजूद रहे।
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