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पिलानी | में चिड़ावा रोड़ पर एक कॉलोनी में दिन दहाड़े सूने मकान में चोरी करने घुसे चोर पड़ोसियों की सजगता के चलते अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए। पड़ोसियों ने चोरी करने आए 3 युवकों में से 1 को मौके पर ही दबोच लिया। इसके बाद उन्हे पुलिस के हवाले कर दिया गया। मौके से बाइक लेकर फरार हुए चोर के 2 अन्य साथी भी नाकाबंदी के दौरान पुलिस की गिरफ्त में आ गए। जानकारी के अनुसार चिड़ावा रोड़ पर बृज वाटिका,वार्ड नंबर 17 निवासी मान सिंह पुत्र प्यारेलाल ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दी कि कॉलोनी में ही उसके बहनोई का भी घर है। उसकी बहन और जीजा जी किसी काम से तारानगर गए हुए थे,पीछे से मौका देख कर कल दिन में कुछ युवक चोरी करने के इरादे से सूने घर में घुस गए। मोहल्ले के सुरेन्द्र सिंह, राजेश कुमार और प्रमेश आदि ने घर में घुसे एक युवक को पकड़ लिया। सूचना पर मौके पर पहुंच कर जब घर को संभाला तो घर के हॉल का ताला टूटा हुआ था, बेडरूम का दरवाजा खुला था और अलमारी का सामान भी बिखरा हुआ था। पकड़े गए चोर के 2 साथी मोहल्ले वालों को देख कर मोटर साइकिल से फरार हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि फरार हुए दोनों चोर अपने साथ एक हैंडबैग भी ले गए हैं।
सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना कर मोहल्ले के लोगों द्वारा पकड़े गए चोर को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम कृष्ण पुत्र मुन्नालाल राजपूत, निवासी पीपली वाली जोहड़ी, भिवानी बताया। पूछताछ में उसने बताया कि फरार हुए उसके दोनों साथी राकेश उर्फ निक्का पुत्र शेरसिंह नायक, निवासी बृजवासी कॉलोनी भिवानी तथा सोनू पुत्र दीनदयाल सुनार, निवासी भिवानी हैं, जो चोरी का सामान लेकर फरार हुए हैं। पुलिस ने दिनदहाड़े चोरी की घटना के बाद क्षेत्र में नाकाबंदी करवाई। नाकाबंदी के दौरान पीपली चौकी स्टाफ ने लोहारू रोड़ पर जा रही अपाचे बाइक को रोका तो बाइक सवार दोनों युवकों ने नाकाबंदी तोड़ कर भागने की कोशिश की। पुलिसकर्मियों ने दोनों युवकों को काबू कर गिरफ्तार कर लिया।
चोरों का आपराधिक रिकॉर्ड
थानाधिकारी रणजीत सिंह सेवदा ने बताया कि गिरफ्तार चोरों का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। आरोपी कृष्ण के खिलाफ चोरी के 20 मामले दर्ज हैं। राजेश उर्फ निक्का के खिलाफ 7 चोरी के और 1 हत्या का और सोनू के विरुद्ध 3 मामले दर्ज हैं।
पुलिस टीम में शामिल
चोरी के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गठित पुलिस टीम में हेड कॉन्स्टेबल सुमेर सिंह, बोदूराम, कॉन्स्टेबल रामनिवास, सुरेश,महेश कुमार और प्रमेश शामिल थे।