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राजस्थान की कांग्रेस सरकार के कैबिनेट मंत्री का पिछले 1 साल से विवादों से नाता नहीं छूट रहा. अब कैबिनेट मंत्री महेश जोशी के खिलाफ झोटवाड़ा थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है. पीड़ित विलायत हुसैन ने जयपुर के झोटवाड़ा थाने में मामला दर्ज करवाते हुए कैबिनेट मंत्री और एक कथित बिचौलिए नित्तम शर्मा पर बोर्ड चेयरमैन बनाने का झांसा देकर 50 लाख लेने का आरोप लगाते हुए नामजद एफआईआर दर्ज करवाई है. एफआईआर में विलायत हुसैन ने बताया की उसके बुआ का लड़का आबिद अली परिहार राजस्थान के फतेहपुर में कांग्रेस पार्टी से पिछली 4 से 5 बार से पार्षद है. बिचौलिया नित्तम शर्मा से मीठी पिछले 2 साल से जानकारी थी. नित्तम शर्मा ने मेरे बुआ के लड़के को बोर्ड का चेयरमैन बनाने का ऑफर दिया और जब मैंने हां कर दी तो नित्तम शर्मा ने कहा राजस्थान में कैबिनेट मंत्री महेश जोशी मेरे समधी हैं मैं आपकी मुलाकात उनसे करवाता हूं.
‘चेयरमैन बनना है तो एक करोड़ का खर्चा आएगा’
बकौल, पीड़ित विलायत हुसैनसितंबर 2021 में नित्तम शर्मा ने मुझे बनीपार्क स्थित उमेद पैलेस होटल में बुलाया तो मैं अपनी बुआ के लड़के के साथ नित्तम शर्मा से मिलने गया और वहां चेयरमैन बनाने को लेकर सारी बातचीत हुई. उसके बाद नित्तम शर्मा हमें कैबिनेट मंत्री महेश जोशी के रेलवे स्टेशन स्थित घर पर ले गया. जहां नित्तम शर्मा ने मुझे और मेरी बुआ के लड़के आबिद को महेश जोशी से मिलवाया. वहां नित्तम ने भाई जोशी को मेरे बुआ के लड़के का राजनीतिक बायोडाटा दिया और कहा कि इन्हें कोई बोर्ड का चेयरमैन बना दीजिए. उसके बाद महेश जोशी ने मेरे बुआ के लड़के का बायोडाटा मुख्यमंत्री को पहुंचाने की बात कही. उसके बाद नित्तम ने कहा कि बोर्ड का चेयरमैन बनना है तो एक करोड़ का खर्चा आएगा. मैं महेश जोशी जी को बोल दूंगा वह मेरा कहा कभी नहीं टालते.
‘नित्तम शर्मा को देहरादून में दिए 35 लाख’
पीड़ित विलायत हुसैन ने बताया कि, दिसंबर 2021 में नित्तम शर्मा ने मुझे फोन कर देहरादून बुलाया और एडवांस के 50 लाख लेकर आने की बात कही. मैं 35 लाख रुपए लेकर नित्तम शर्मा से देहरादून में मिला और 35 लाख रुपए नित्तम शर्मा को दे दिए. उसके बाद नितिन शर्मा ने कहा कि बाकी के 15 लाख भी जल्दी अरेंज करवाने होंगे उसके बाद ही काम होगा. मई-जून 2022 में नित्तम शर्मा मेरे घर आया और उसे मैंने बाकी के 15 लाख भी दे दिए. उसके बाद जब बोर्ड चेयरमैन की दो-तीन लिस्ट आ गई और उसमें मेरे बुआ के लड़के आबिद अली का नाम नहीं आया तो मैंने नित्तम शर्मा से संपर्क किया तो उसने फोन उठाना बंद कर दिया.
बीजेपी ने की जांच की मांग
बकौल, पीड़ित विलायत हुसैनउसके बाद में 26 मई 2023 को महेश जोशी के सिविल लाइन स्थित बंगले पर गया और उनसे मुलाकात की और पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया तो महेश जोशी ने पहले तो मुझे पहचानने से इंकार कर दिया और कहा जिसे पैसे दिए हैं उसी से बात करो. उसके बाद मैंने झोटवाड़ा थाने में एफआईआर दर्ज करवाई. वहीं इस मामले पर भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि राजस्थान में 120 मुख्यमंत्री है. यह पिछले साढ़े 4 साल में लूट का जो खेल जारी है वो कभी देखने को नहीं मिला. इस तरह के मामले सामने आना कोई नई बात नहीं है. ऐसे मामले सुनकर कोई आश्चर्य नहीं होता. मेरा मानना है कि इस मामले को लेकर पुलिस को सही जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.