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जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनावों से पहले राज्य की बीजेपी में गुटबाजी खत्म करने के लिए पार्टी आलाकमान ने रास्ता निकाल लिया है. दरअसल, सामने चुनावों को देखते हुए प्रदेश बीजेपी के कई बड़े नेताओं की महात्वाकांक्षाएं सीएम पद की दावेदारी को लेकर जाग गई हैं. ऐसे नेताओं के समर्थक भी मौका देखकर अपने अपने नेता के पक्ष में नारेबाजी और गुटबाजी करने में लग जाते हैं. आलम ये है कि जहां भी बीजेपी की कोई छोटी बड़ी सभा होती है. तो उस इलाके के नेता के समर्थक अपने नेता का नाम लेकर उनके पक्ष में नारे लगाते हैं. इस नारेबाजी का मैसेज बाकी नेताओं और उनके समर्थकों में गलत जाता है. यही हाल जिले से लेकर मंडल और प्रदेश तक की बैठकों में देखने में मिलता है. लेकिन अब इस नारेबाजी और गुटबाजी को रोकने के लिए बीजेपी आलाकमान ने उपाय निकाला है. पार्टी ने तय किया है कि अब छोटी बड़ी, जिला या प्रदेश स्तर की बैठक में किसी नेता या मंत्री का व्यक्तिगत नारा नहीं लगेगा.
राजस्थान में खत्म करनी है पार्टी के अंदर की गुटबाजी
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक पार्टी के सभी राजनीतिक सभाओं में सिर्फ भारत माता की जय, बीजेपी और पीएम मोदी के ही नारे लगेंगें. किसी भी नेता या मंत्री के नाम से नारे नहीं लगेंगें. पार्टी को लगता है कि ऐसा करके राजस्थान बीजेपी में गुटबाजी को खत्म कर सामूहिकता और एकजुटता के संदेश के साथ चुनाव में जाने से पार्टी को फायदा होगा.
पार्टी में शामिल होंगे कई चेहरे
साथ ही पार्टी ने तय किया है कि राजस्थान बीजेपी में नेताओं और अधिकारियों को शामिल कराने के सिलसिले में तेजी लाई जाएगी. सोमवार को ही कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व सीएम जगन्नाथ पहाड़िया के पुत्र ओमप्रकाश पहाड़िया और पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के भतीजे विजेंद्र सिंह समेत सचिव और डीजी स्तर के कई अधिकारी बीजेपी में शामिल हुए. पार्टी ने तय किया है कि चुनावों के पहले बीजेपी का कुनबा और बढाया जाएगा. जिसके लिए हर 10 दिन के अंतराल पर पार्टी मे 5-6 चेहरों को शामिल कराया जाएगा. इसमें दूसरे दलों के वरिष्ठ नेता, विधायक और वरिष्ठ अधिकारी होंगे. बीजेपी ये सभी ज्वाईनिंग दिल्ली के बजाए जयपुर में कराएगी. ताकि जनता और शामिल होने वाले नेताओं के समर्थकों में अच्छा संदेश जाए. करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र कालवी के बेटे भवानी कालवी भी बीजेपी के संपर्क में हैं और जल्द ही बीजेपी में शामिल हों सकते हैं.
बीजेपी इन नारों का लेती है सहारा
इसके साथ ही राजस्थान की कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए बीजेपी नारों का सहारा ले रही है. अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ रोजगार, कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, पेपरलीक के मुद्दे पर जनता तक अपनी बात पहुंचाने के लिए बीजेपी ने नारे भी तैयार किए है जिसका थीम है नहीं सहेगा राजस्थान. ऐसे ही कुछ स्लोगन है.. अपराध बेलगाम, नहीं सहेगा राजस्थान! भ्रष्टाचार का फैला जाल, नहीं सहेगा राजस्थान! पेपरलीक से युवा परेशान, नहीं सहेगा राजस्थान! बीजेपी ने इन तमाम मुद्दों पर अशोक गहलोत सरकार को घेरने के लिए जुलाई के आखिर में जयपुर समेत पूरे प्रदेश में महाजनाक्रोश रैली निकालने का फैसला भी किया है.