REPORT TIMES
जयपुर: राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने पवन ऊर्जा के क्षेत्र में खासा काम किया है. इसकी तारीफ केंद्र सरकार ने भी की है. साथ ही अशोक गहलोत सरकार को केंद्र सरकार ने सम्मानित भी किया है. पवन ऊर्जा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा राजस्थान को प्रथम पुरस्कार दिया गया है. गुरुवार (15 जून) को ग्लोबल विंड डे के अवसर पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा यह पुरस्कार राजस्थान को दिया गया. केंद्र सरकार के अंतर्गत नई दिल्ली में यह कार्यक्रम हुआ. जहां केंद्रीय मंत्री से लेकर राजस्थान सरकार के मंत्री और शीर्ष अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. इस कार्यक्रम में राजस्थान ने किस तरह पवन ऊर्जा के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित किया है. इसकी भी तारीफ की गई.
अन्य राज्यों की अपेक्षा राजस्थान ने किया बहुत अच्छा काम
केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने बताया कि राजस्थान ने पवन ऊर्जा के क्षेत्र में अन्य राज्यों की अपेक्षा बहुत अच्छा काम किया है. इसको लेकर राजस्थान सरकार को केंद्र की ओर प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया. यह पुरस्कार राजस्थान सरकार की ओर से प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा भास्कर ए. सावन्त को ऊर्जा मंत्रालय के सचिव बीएस भल्ला द्वारा प्रदान किया गया.
स्थापित की सर्वाधिक पवन ऊर्जा परियोजनाएं
राजस्थान सरकार के प्रेस नोट के मुताबिक, मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार अक्षय ऊर्जा नीतियों के कारण सौर ऊर्जा में तो अव्वल है ही. साथ ही साल 2022-23 में देश की सर्वाधिक पवन ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित कर पवन ऊर्जा के क्षेत्र में भी देश में प्रथम स्थान बना लिया है.
मार्च 2023 में 5204 मेगावाट हुई क्षमता
दिल्ली में हुए कार्यक्रम में बताया गया कि साल 2022-23 में प्रदेश में 867 मेगावाट क्षमता की नई पवन ऊर्जा परियोजनाऐं स्थापित की गई. जो कि अन्य राज्यों की अपेक्षा सबसे अधिक है. साल 2022 में राजस्थान में 4337 मेगावाट पवन ऊर्जा क्षमता स्थापित की गयी थी, जो कि मार्च 2023 तक बढ़कर 5204 मेगावाट हो गई है.