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चिड़ावा। श्योपुरा में घर में घुसकर मारपीट और नाबालिग बच्ची के अपहरण के मामले में जहां चिड़ावा बंद सफल रहा। सभी बाजार बंद रहे तो वहीं धरना स्थल पर वक्ताओं ने पुलिस के कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए पुलिस के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया और महिलाओं ने विधायक जेपी चंदेलिया को धरने पर लाने की मांग की। जिसके बाद विधायक थाने पहुंचे और एएसपी से बात की। जिसके बाद विधायक ने कहा कि पुलिस आरोपियों के निकट पहुंच चुकी है। धरना प्रदर्शन से ध्यान भटकाने और राजनीति करने जैसे कृत्य ना किए जाएं। इसके बाद विधायक जब जाने लगे तो लोगों ने उनके वाहन को घेर लिया। जिसके बाद विधायक अपनी गाड़ी से उतरकर धरना स्थल पहुंचे। यहां विधायक के साथ आई चिड़ावा प्रधान इंद्रा डूडी ने धरने पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक परिवार पर बुरी बीत रही है और यहां धरना तमाशा चल रहा है।
इतना कहते ही धरने पर मौजूद महिलाएं और लोग आक्रोशित हो गए। जिसके बाद लोग प्रधान और विधायक को धरना स्थल से जाने की कहने लगे। इसी दौरान भाजयुमो जिलाध्यक्ष जय सिंह माठ के साथ कांग्रेस आईटी सेल के सदस्य कमलदीप गोदारा ने धक्का मुक्की की। हालांकि मौके पर हालत को देखते हुए डीएसपी शिवरतन गोदारा और अन्य पुलिस अधिकारियों ने बीच बचाव कर माहौल को शांत किया। जिसके बाद प्रधान डूडी ने कहा कि उन्होंने कुछ गलत कहा तो वे माफी मांगती है और बेटी को न्याय मिले बस ये ही चाहती है। इसके बाद विधायक जेपी चंदेलिया ने कहा कि उन्होंने मामले में दिन रात एक कर रखा है।
डीएसपी, एएसपी और एसपी से लगातार वे संपर्क में है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द लड़की को दस्तयाब कर लिया जाएगा। बदमाशों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। विधायक और उनके समर्थकों के जाने के बाद धरने पर बैठे लोगों ने कहा कि वे किसी भी बहकावे में आकर धरना नहीं उठाएंगे और जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक धरना जारी रहेगा। आगे की रणनीति संघर्ष समिति तय करेगी। इस मौके पर भाजपा जिला महामंत्री राजेश दहिया, आरएलपी नेता दिनेश सहारण, सुशील डांगी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष जय सिंह माठ, राजू मराठा, वर्षा सोमरा, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओमप्रकाश बसवाला, मनोज आलडिया, शिवकुमार जेवरिया, पूर्व विधायक मनोज न्यांगली, विनोद डांगी, शीशराम डांगी, अनुराग जोया सहित काफी लोग मौजूद रहे।
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