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महाराष्ट्र की राजनीति में हर दिन उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है. चाचा शरद पवार से बगावत करने वाले अजित पवार की ताकत में अब और इजाफा होने वाला है. बुलढाना जिले से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) विधायक राजेन्द्र शिंगड़े शरद पवार का साथ छोड़ने के संकेत दे दिए हैं. कहा जा रहा है कि वह जल्द अजित पवार गुट में शामिल होंगे.राजेन्द्र शिंगड़े बुलढाणा जिले के एकमात्र एनसीपी विधायक हैं. राजेन्द्र शिंगड़े ने कहा कि जब जिले में जिला सहकारी बैंक संकट में था, तब कांग्रेस के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कोई मदद नहीं की और न ही जिले के किसी कांग्रेस नेता ने. शिंगड़े ने कहा कि उस वक्त फडणवीस ने मदद की और बैंक चलता रहा. इस बैंक से मैं और मेरा परिवार जुड़ा रहा है, जो मेरे राजनीतिक और सामाजिक जीवन के लिए महत्वपूर्ण है.
शिंगड़े ने आगे कहा कि मुझसे अजित पवार दादा ने कहा है कि वो उनके साथ आते हैं तो बैंक को पूरी मदद दी जाएगी. इस बैंक से सिर्फ निवेशक ही नहीं बल्कि किसान भी जुड़े हैं. मैं उस दिन शरद पवार के साथ बैठक में था. अगर यही परिस्थिति बनी रही तो मैं विचार करूंगा कि दादा अजित पवार के साथ जाऊं, हालांकि अभी मैंने कोई फैसला नहीं लिया है. बता दें कि महाराष्ट्र की राजनीति में चाचा शरद पवार और भतीजे अजित पवार की लड़ाई ने सबका ध्यान खींचा हुआ है. एक तरफ शरद पवार खुद को एनसीपी अध्यक्ष बताते हैं तो वहीं दूसरी ओर अजित पवार दावा करते हैं कि अब असली एनसीपी हम हैं. हालांकि मामला अब चुनाव आयोग पहुंच चुका है, जो तय करेगा कि असली एनसीपी शरद पवार के पास ही रहेगी या अजित उसपर कब्जा जमा लेंगे.