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राजस्थान की राजधानी जयपुर के एसएमएस अस्पताल (सवाई मानसिंह) में स्यूडोमोनास संक्रमण से अब तक 18 लोगों की आंख की रोशनी जा चुकी है. अस्पताल प्रशासन अब तक इस पूरे प्रकरण में सवा सौ से अधिक सैम्पल ले चुका है, जिसमें से अधिकांश में कोई भी ग्रोथ नहीं मिली है. इक्का-दुक्का सैम्पलों में भी जो ग्रोथ मिली है, उसका स्यूडोमोनास संक्रमण से कोई वास्ता नहीं है. ऐसे में एसएमएस के अधीक्षक डॉ राजीव बगरहट़टा ने दूसरे अन्य मरीजों की दिक्कतों को देखते हुए फिर से ऑपरेशन शुरू करने के निर्देश दिए है. डॉ अचल शर्मा ने बताया कि सवा सौ से अधिक सैंपल में से किसी में भी बैक्टीरियल संक्रमण की ग्रोथ नहीं मिली है. ये हम सभी के लिए चिंता की बात है कि अभी तक सोर्स का पता नहीं लगा है, लेकिन अच्छी बात ये भी है कि हॉस्पिटल लेवल पर किसी भी तरह के संक्रमण के फैलने की पुष्टि नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि देश के कई बड़े संस्थानों में भी ऐसा इंफेक्शन आ चुका है, जिसके चलते ओटी बंद किए गए थे. डॉ अचल शर्मा ने कहा कि प्रकरण के बाद ओटी बन्द होने से दूसरे मरीज दिक्कतों में है. ऐसे में जल्द ही कोई दूसरे ओटी ऑपरेशन शुरू किए जाएंगे.
शुरूआती चरण में कम रिस्की सर्जरी होगी. हालांकि इस संक्रमण की दस्तक के बाद से बन्द चल रहे नेत्ररोगियों के ऑपरेशन जल्द ही शुरू होंगे. वहीं जांच के लिए कमेटी बनाई गई है जो पता लगाने का प्रयास कर रही है कि ये संक्रमण कैसे ऑपरेशन थियेटर तक पहुंचा.जानकारी के अनुसार 26 से 28 जून तक 77 लोगों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया था. उसके बाद सभी मरीजों को घर भेज दिया गया था. कुछ मरीजो में इन्फेक्शन की शिकायत आई तो सबको फिर बुलाकर जांच की गई. कुल 18 रोगी ऐसे हैं जिनकी आंखों में परेशानी है जिनका अभी इलाज जारी है.प्राथमिक तौर पर अस्पताल प्रशासन का कहना है कि स्यूडोमोनास बैक्टीरियल के फैलने से इन्फेक्शन हुआ है. ऑपरेशन थियेटर में से 100 से ज्यादा सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं और रिपोर्ट आने पर सच्चाई का पता लगेगा कि इसकी आखिर वजह क्या थी.