REPORT TIMES
बिहार के कटिहार में बुधवार को बिजली बवाल में दो लोगों की मौत हो गई. बिजली कटौती के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत हुई है जबकि एक की हालत गंभीर है. मृतकों की पहचान प्रदर्शनकारी मोहम्मद खुर्शीद और दूसरे की पहचान बिजली विभाग में आउटसोर्सिंग स्टाफ के रूप में काम करन वाले सोनू के रूप में हुई है. इस घटना के बाद कटिहार डीएम रवि प्रकाश ने बताया कि शुरुआती जांच में जो बात सामने आई है उसके मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने कर्मी और अधिकारियों को बंधक बना लिया था इसलिए यह कार्रवाई करनी पड़ी. वहीं कटिहार के पुलिस कप्तान जितेंद्र कुमार ने कहा कि कर्मियों और अधिकारियों को बचाने के साथ-साथ पुलिस को आत्मरक्षा के लिए हवाई फायरिंग करनी पड़ी. दरअसल बुधवार को कटिहार के बारसोई प्रखंड कार्यालय परिसर में बिजली कटौती के खिलाफ लोग प्रदर्शन कर रहे थे. पहले यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण चल रहा था. लेकिन पदर्शनकारियों के बीच से निकले कुछ उपद्रवियों ने माहौल इतना खराब कर दिया कि इतना बड़ा बवाल हुआ और दो लोगों को जान चली गई.
एक नजर पूरे घटनाक्रम पर
बुधवार को प्रखंड कार्यालय पर लोग 11 बजे से बिजली कटौती के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंचने लगे. दोपहर एक बजे तक लोगों की भारी भीड़ जुट गई थी. प्रदर्शन शांति पूर्ण चल रहा था. 1.15 बजे अचानक कुछ लोग उग्र हो गए और बिजली ऑफिस पहुंच गए . यहां लोगों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी. पुलिस का आरोप हैं कि उन्होंने कर्मियों पर पत्थरबाजी की और उन्हें बंधक बना लिया. इसके बाद पुलिस से उनकी कहासुनी होने लगी. तब पुलिस ने लोगों को वहां से हटाने के लिए लाठीचार्ज किया. लाठीचार्ज के बाद पब्लिक भड़क गई.
पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को दौड़ा दिया. तब पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जैसा पुलिस अधिकारियों ने बयान दिया है. इसके बाद पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई है.घटना के बाद लोग आक्रोशित हो गए और तीन प्रमुख सड़क जाम कर दिया. तब आठ थानों की पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति को संभाला लेकिन इससे पहले दो लोगों की जान चली गई. स्थानीय लोगों का दावा है कि पुलिस ने 15 राउंड गोलियां चलाई है.
‘नौकरी मांगने..बिजली मांगने पर गोली’
इस घटना के बाद पुलिस जहां इसे आत्मरक्षा बता रही है वहीं विपक्ष तंज कर रही है कि सरकार से नौकरी मांगने पर लाठी और बिजली मांगने पर गोलियां मिल रही है. उनकी हत्या की जा रही है. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि ये सरकार पूरी तरह प्रशासनिक अराजकता का शिकार हो चुकी है. इन्हें सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि जो सरकार के भ्रष्टाचार अपराध और खराब व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाता है उन्हें लाठी और गोली मिलता है ऐसे लाठी और गोली वाली सरकार को बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.