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राजस्थान के प्रतापगढ़ में शिकार के लिए गुफा में घुसा युवक सात दिन बाद भी नहीं निकल पाया. गुफा के अंदर से भयंकर बदबू आ रही है. रेस्क्यू टीम में शामिल लोगों ने बताया कि गुफा के अंदर एक कैमरा भेजा गया था, जिसमें युवक का गमछा दिखाई दिया, लेकिन युवक नहीं दिखा. गुफा घने जंगल में है और उसके एक तरफ पहाड़ और दूसरी तरफ खाई है. इस वजह से रेस्क्यू अभियान में परेशानी आ रही है. यह गुफा छोटी सादड़ी की काकड़ा गांव के जंगल में है. रेस्क्यू टीम को युवक का गमछा मिला है. जानकारी मिलते ही गुरुवार को प्रतापगढ़ कलेक्टर इंद्रजीत सिंह यादव, एसपी अमित कुमार सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे थे. शनिवार को आईजी एस प्रमिला ने भी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया था और अधिकारियों से रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली थी. प्रशासन ने उदयपुर से एसडीआरएफ और जयपुर से स्पेशल टीम मौके पर बुलाई है.
शिकार के लिए गुफा में गया
कंबोलिया गांव का रामलाल बीते रविवार शाम को पीलीखेड़ा के गुड्डू और चांदमल के साथ काकरा गांव के जंगल में शिकार के लिए गया था. रामलाल शिकार के लिए गुफा के अंदर गया. गुफा के अंदर घुसते ही रामलाल जोर से चिल्लाने लगा. काफी देर तक वह बाहर नहीं निकला और आधे घंटे के बाद उसकी आवाज भी आनी बंद हो गई.
दोस्त करते रहे इंतजार, पर गुफा से बाहर नहीं आया रामलाल
बाहर खड़े चांदमल और गुड्डू ने रामलाल को बाहर निकलने को कहा, लेकिन वह बाहर नहीं आया. दोनों रात 8:00 बजे तक गुफा के बाहर उसका इंतजार करते रहे. बाद में दोनों ने इसकी सूचना गांव के हीरालाल मीणा व रामलाल के भाई चुन्नीलाल कोड़ी को दी. फिर परिजन ग्रामीणों को लेकर मौके पर पहुंचे. मगर गुफा के बाहर 3 दिन गुजारने के बाद लौट गए.ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. प्रशासन ने युवक का रेस्क्यू करने के लिए जेसीबी मशीन, ड्रिल मशीन ,अग्निशमन सहित अन्य संसाधन मंगवाए हैं. लेकिन जंगल घना होने की वजह ये उपकरण नहीं पहुंच सके.