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बारां जिले की अंता विधानसभा राजस्थान की हॉट सीट के रूप में जानी जाती है. यहां हर बार दो दिग्गजों के बीच महामुकाबला देखा जाता है. अब इस बार 2023 के विधानसभा चुनाव में देखते हैं कि ऊंट किस करवट लेता है. देखना होगा कि क्या पूर्व कृषि मंत्री डॉ. प्रभुलाल सैनी के विकास कार्य काम आएंगे या वर्तमान खान मंत्री प्रमोद जैन भाया के सामाजिक कार्य या फिर इस बार कोई दूसरा अन्य प्रत्याशी अपना भाग्य आजमाएगा. अंता विधानसभा सीट कृषि प्रधान उपजाऊ क्षेत्र है. यहां अधिकांश लोग कृषि पर निर्भर रहकर जीवन यापन कर रहे हैं. नहरी क्षेत्र होने के कारण किसानों की हालत ठीकठाक स्तिथि में हैं.
कितने वोटर, कितनी आबादी
अंता विधान सभा क्षेत्र में 249 बूथ हैं और 2 लाख 16 हजार 569 मतदाता हैं, जिनमें एक लाख 11 हजार 869 पुरुष और एक लाख 4 हजार 700 महिलाएं वोटर हैं.
यहां का जातीय समीकरण
जातीय समीकरण की बात करें तो अंता विधानसभा क्षेत्र माली बाहुल्य क्षेत्र हैं. यहां लगभग 40 हजार के करीब माली समाज के मतदाता हैं और लगभग 30 हजार के करीब मीणा जाति के लोग निवास करते हैं. अंता विधानसभा में माली समाज को बाहुल्य माना जाता है. इसके अलावा एससी समुदाय भी लगभग 35 हजार की संख्या में मौजूद हैं. वहीं धाकड़ समाज की बाहुल्यता मानी जाती है.
कैसा रहा राजनीतिक इतिहास?
- 2003 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रेम नारायण गालव और निर्दलीय प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया ओर कांग्रेस के शिवनारायण नागर के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला था. जिसमें प्रमोद जैन भाया ने भाजपा के दिग्गज प्रेम नारायण गालव और कांग्रेस के शिवनारायण को हराकर निर्दलीय चुनाव जीता. इस चुनाव में प्रमोद जैन ने करीब 6750 मतों से जीत दर्ज की थी.
- 2008 विधानसभा चुनाव में दो दिग्गजों के बीच मुकाबला देखने को मिला. इसमें भाजपा के कद्दावर नेता रघुवीर सिंह कौशल और कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया में महामुकाबला हुआ. इसमें कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया ने भाजपा के रघुवीर सिंह कौशल को 29668 मतों से हराया.
- वहीं 2013 विधानसभा चुनाव के फिर महामुकाबला हुआ. भाजपा के कद्दावर नेता मौजूदा कृषि मंत्री डॉ. प्रभुलाल सैनी और कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया के बीच घमासान मुकाबला देखने को मिला. इसमें भाजपा के प्रभुलाल सैनी ने कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया को 3399 मतों से चुनाव हरा दिया.
- वहीं एक बार फिर 2018 के विधानसभा चुनाव में प्रभूलाल सैनी और प्रमोद भाया के बीच मुकाबला हुआ. लेकिन इस बार प्रमोद भाया ने प्रभूलाल सैनी को लगभग 35 हजार वोटों से मात दी.
- अब 2023 का विधानसभा चुनाव और रोचक होने की संभावना है क्योंकि इस बार भाजपा से लगभग एक दर्जन नेता उमीदवारी के लिए ताल ठोक रहे हैं. उधर कांग्रेस से प्रमोद जैन भाया एक बार फिर विधानसभा के मैदान में उतर सकते हैं.