REPORT TIMES
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने 41 उम्मीदवारों की पहली सूची सोमवार को जारी की. बीजेपी की लिस्ट जारी होने के बाद से बगावत तेज हो गई. प्रत्याशी बनने की उम्मीद लगाए कई नेताओं को टिकट न मिलने से उन्होंने बागी रुख अपना लिया है और निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है. बांदीकुई सीट से बीजेपी से टिकट नहीं मिला तो भवानी सिंह गुर्जर ने बीएसपी का दामन थाम लिया है. इसके अलावा बीजेपी के कई नेता हैं, जो निर्दलीय चुनावी ताल ठोकने की तैयारी में है. ऐसे में बीजेपी नेता ही कहीं सत्ता में वापसी की उम्मीदों पर ग्रहण न बन जाएं? झोटवाड़ा विधानसभा सीट से बीजेपी के पूर्व विधायक राजपाल सिंह शेखावत की जगह सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को प्रत्याशी बनाया है, जिसके चलते शेखावत के समर्थक सड़क पर उतरकर विरोध कर रहे हैं. राजपाल शेखावत ने भी अपना विरोध दर्ज करा दिया है और ‘पैराशूट’ कैंडिडेट के खिलाफ उतारने का भी ऐलान कर दिया है. शेखावत का कहना है कि क्षेत्र के तमाम कार्यकर्ता और स्थानीय पार्षद उनके पक्ष में है. बीजेपी ने राज्यवर्धन राठौड़ को नहीं बदला तो फिर नुकसान भुगतने के लिए तैयार रहे. उन्होंने दावा किया है कि उनकी जमानत जब्त कराकर भेजेंगे? बीजेपी ने पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी की जगह दिया कुमारी को विद्याधर नगर सीट से प्रत्याशी बनाया है. टिकट कटने से नरपत सिंह नाराज हैं और बागी रुख अपनाते हुए दिया कुमारी के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी है. राजवी ने कहा है कि जिस परिवार ने मुगलों के सामने घुटने टेके उस परिवार को टिकट क्यों दिया गया? नरपत राजवी ने जिस तरह से बागी तेवर अपनाया है, उससे बीजेपी के लिए चिंता बढ़ सकती है.
भवानी सिंह गुर्जर को नहीं मिला कटा
दौसा जिले के बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी का टिकट मांग रहे भवानी सिंह गुर्जर की जगह पार्टी ने भागचंद टांकड़ा को उम्मीदवार बनाया है. इस पर भवानी सिंह बसपा का दामन थाम कर चुनावी मैदान में कूद गए हैं. भरतपुर नगर सीट से दो बार की विधायक रहीं अनिता सिंह गुर्जर का टिकट बीजेपी ने काट दिया है और उनकी जगह जवाहर सिंह बेधम को प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में अनीता सिंह ने भी चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है. पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा बानसूर सीट से टिकट की उम्मीद लगाए थे, लेकिन पार्टी ने देवी सिंह शेखावत को उतारा है. इसके बाद शर्मा ने कहा कि पहले भी लोग जाति और धनबल से टिकट पाते रहे हैं. विकास चौधरी ने अजमेर के सांसद भागीरथ चौधरी के खिलाफ आवाज उठाई है, जिन्हें पार्टी ने इस सीट से मैदान में उतारा है. देवली-उनियारा में स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं ने विजय बैसला की उम्मीदवारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. पूर्व विधायक राजेंद्र गुर्जर को उम्मीदवार बनाने की बात कही है.
किरोड़ीलाल मीणा के खिलाफ मोर्चा खुला
आशा मीना ने सवाई माधोपुर से प्रत्याशी किरोड़ीलाल मीणा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. किशनगढ़ से प्रत्याशी सांसद भगीरथ चौधरी के खिलाफ विकास चौधरी ने मोर्चा खोल दिया है. विकास चौधरी ने बड़ी रैली निकाली, जिसमें हजारों की संख्या में समर्थक मौजूद थे. ऐसे में माना जा रहा है कि जिस तरह टिकट न मिलने पर बीजेपी नेताओं ने मोर्चा खोल रखा है, उससे पार्टी के लिए चिंता बढ़ गई है. ऐसे में ये नेता अगर निर्दलीय या फिर किसी अन्य पार्टी से टिकट लेकर चुनावी मैदान में उतरते हैं तो बीजेपी के लिए सत्ता में वापसी की उम्मीदों पर ग्रहण लगा सकते हैं?