REPORT TIMES
राजस्थान में भाजपा ने मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहे सवालों पर मंगलवार को पूर्ण विराम लगा दिया। यहां हुई विधायक दल की बैठक में पहली बार विधायक बने भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री चुना गया। दिया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा को उप मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया है। वहीं, विधानसभा स्पीकर पद के लिए वासुदेव देवनानी के नाम पर मुहर लगाई गई। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने देवनानी को अजमेर नॉर्थ सीट से उतारा था जहां उन्होंने 4644 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। देवनानी को 57,895 वोट मिले थे जबकि उनके सामने कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र सिंह के खाते में 53,251 वोट आए थे। पहली बार 2003 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने इस सीट से जीत दर्ज की थी और तब से ही इस सीट पर लगातार जीतते आए हैं।
राजस्थान सरकार में रह चुके हैं मंत्री
साल 2003 से 2008 तक वह तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के मंत्रिमंडल में तकनीकी शिक्षा के लिए राज्य मंत्री रहे थे। इसके बाद 2013 से 2018 तक उनके पास प्राइमरी एवं सेकंडरी शिक्षा के लिए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पद रहा था। देवनानी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का काफी करीबी माना जाता है। देवनानी नौ साल तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के प्रदेश अध्यक्ष रहे थे। वासुदेव देवनानी ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है। वह उदयपुरा में स्थित विद्या भवन पॉलिटेक्निक कॉलेज के डीन भी रहे हैं। उनका विवाद सेवानिवृत्त स्कूल टीचर इंदिरा देवनानी के साथ हुआ था और दोनों के एक बेटा व दो बेटियां हैं। बता दें कि राजस्थान में सरकार भले ही हर पांच साल में बदल जाती हो लेकिन देवनानी ने साल 2003 से अजमेर नॉर्थ विधानसभा सीट पर लगातार जीत हासिल की है।