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संसद के बाहर प्रदर्शन करते हुए पकड़ी गई नीलम के बचाव में संयुक्त किसान मोर्चा सक्रिय हो गया है. मोर्चे ने इस मसले पर खाप पंचायत बुलाई है. गुरुवार शाम जींद की उचाना तहसील में होने वाली इस बैठक में ही आगामी रणनीति तैयार की जाएगी. उधर किसान नेताओं का कहना है की नीलम ने कुछ गलत नहीं किया है, उसने किसानों, मजदूरों और बेरोजगारी की बात उठाई है. संसद के बाहर बुधवार को कलर स्टिक छोड़ने वाले दो लोगों में से एक नीलम थी, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. नीलम हरियाणा के जींद की उचाना तहसील में रहने वाली है. हालांकि गिरफ्तारी के बाद उसे कहां रखा गया है इसके बारे में परिजनों को अभी कोई जानकारी नहीं दी गई गई है, गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आजाद पालवां, सिक्किम सफाखेड़ी समेत कई किसान नेता नीलम के घर पहुंचे और उसका समर्थन करते हुए साथ खड़े रहने का ऐलान किया. इसके साथ ही खाप पंचायतों को भी बुलाया गया.
किसान समेत कई आंदोलनों में एक्टिव रही है नीलम
संसद के बाहर नारेबाजी करते हुए पकड़ी गई नीलम किसान आंदोलन समेत कई लोकल मुद्दों को लेकर हुए आंदोलनों में एक्टिव रही है. नीलम की दोस्त सिक्किम के मुताबिक वह भी सभी आंदोलनों में नीलम के साथ रही. चाहे वह टोल का मुद्दा हो या फिर दिल्ली में हुआ किसान आंदोलन. सिक्किम ने बताया कि नीलम ने रोजगार की खातिर आवाज उठाई है. वह किसान आंदोलन में भी एक्टिव थी और पहलवानों के धरने के दौरान भी गिरफ्तारी दी थी.
किसान, मजदूर और बेरोजगारों की आवाज उठाई
किसान नेता आजाद पालवां ने कहा कि नीलम ने किसान, मजदूर और बेरोजगारों की आवाज उठाई है. सरकार के कान तक आवाज पहुंचाने का ये जरिया था. यदि सुरक्षा में चूक हुई है तो सरकार की कमी है. नीलम को आजाद कराने के लिए खाप आ जाएंगी. परिवार से उनका भाई राम निवास है. बैठक में जो सहमति बनती है उसके हिसाब से ही आगे का फैसला लिया जाएगा.
संगीन धाराएं हटाए पुलिस
नीलम के भाई राम निवास का कहना है कि नीलम ने नौकरी का मुद्दा उठाया है. उसे संसद के बाहर से पकड़ा गया है वह अंदर नहीं गई है. वह स्टूडेंट है. उस पर संगीन धाराएं लगाई गई हैं उन्हें हटाया जाए. राम निवास ने ये भी कहा कि हमें नहीं पता था कि नीलम दिल्ली जा रही है. वरना उसे जाने ही नहीं देते.