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जयपुर राजस्थान के शिक्षा विभाग में जहां कर्मचारी ट्रांसफर और प्रमोशन का इंतजार कर थक जाते हैं। लंबा वक्त बीत जाने के बाद भी उनका इंतजार खत्म नहीं होता है। वहीं, दूसरे विभागों से डेपुटेशन (प्रतिनियुक्ति) पर आए कर्मचारी मनचाही जगह लंबे वक्त से डटे हुए हैं। इनको लेकर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसको लेकर अब शिक्षा विभाग के कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है। ऐसा ही मामला राजधानी जयपुर में सामने आया है। जहां पिछले 5 साल (24.04.18 से अब तक) कृषि विभाग से प्रतिनियुक्ति पर आए रिछपाल सिंह नियमों के विपरीत काम कर रहे हैं। दरअसल, शिक्षा विभागीय परियोजना समग्र शिक्षा अभियान में सरकारी स्कूलों में निर्माण कार्य, जैसे भवन निर्माण, कक्षा कक्ष, लाइब्रेरी, लैब, शौचालय और चारदीवारी का निर्माण किया जाता है, लेकिन परियोजना में नियमों के विपरीत कृषि अधीक्षण अभियंता को पिछले 5 साल से अधीक्षण अभियंता के पद पर लगाकर काम करवाया जा रहा है। ऐसे में कृषि अधीक्षण अभियंता वर्तमान में सिविल इंजीनियरिंग का काम कर रहे हैं। इससे पिछले दिनों में हुए निर्माण की गुणवक्ता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
अधिकारियों से शिकायत की
इस पूरे विवाद को लेकर शिक्षा विभाग के कर्मचारियों द्वारा कई बार अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसके बाद जब विभाग से जुड़े कर्मचारियों ने प्रमुख शासन सचिव और समग्र शिक्षा विभाग के कमिश्नर को लिखित शिकायत देकर समग्र शिक्षा अभियान के अधीक्षण अभियंता के पद से मूल कृषि विभाग में भेजने के लिए शिकायती पत्र दिया। उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके बाद शिक्षा विभाग के कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। शिक्षा विभाग में बढ़ते विरोध के बाद पिछले दिनों कृषि विभाग के संयुक्त शासन सचिव कैलाश नारायण मीणा ने रिछपाल सिंह का डेपुटेशन (प्रतिनियुक्ति) समाप्त करने का आदेश जारी किया था। आदेश जारी होने के तीन सप्ताह बाद भी शिक्षा विभाग द्वारा रिछपाल को कार्य मुक्त नहीं किया गया है। इसको लेकर अब शिक्षा विभाग और कृषि विभाग के कर्मचारियों में विरोध शुरू हो गया है।
इस पूरे विवाद पर हमने शिक्षा विभाग की आयुक्त टी शुभमंगला से बात की। उन्होंने बताया- कृषि विभाग से अधीक्षण अभियंता रिछपाल सिंह लम्बे समय से समग्र शिक्षा अभियान में लगे हुए हैं। विभाग के कर्मचारियों द्वारा इसकी शिकायत मुझे मिली थी। इस करवाई के लिए मैने विभाग के आला अधिकारियों तक पहुंचा दिया है। वहीं, शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने कहा- मेरे शिक्षा विभाग ज्वाइन करने के काफी वक्त पहले से कुछ लोग डेपुटेशन पर काम कर रहे हैं। इनकी शिकायतें मुझे भी मिली हैं। रिछपाल सिंह भी उन्हीं में से एक है। उनके मूल विभाग की जगह गलत विभाग ने उनका डेपुटेशन खत्म करने का आर्डर जारी किया है। जो नियमों के विपरीत है।