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राजस्थान के उदयपुर जिले में फर्जी सीबीआई अधिकारी का खुलासा हुआ है. फर्जी सीबीआई अधिकारी बने सुनील कुमार ने पहले चार बार UPSC की परीक्षा दी. जब वह आईपीएस नहीं बन पाया तो वह फर्जी सीबीआई का आईपीएस अधिकारी बन गया. इसके साथ ही अपने रिश्तेदारों को रुतबा दिखाने के लिए उदयपुर लाया. फर्जी आईडी कार्ड से सर्किट हाउस में रूम भी ले लिया. जब इसकी सूचना पुलिस को मिली तो उसके सारे ख्वाब चूर-चूर हो गए. उसके रिश्तेदारों के साथ फर्जी सीबीआई अधिकारी समेत कुल 4 लोगों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया. उदयपुर की हाथीपोल थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि संदिग्ध सीबीआई अफसर सर्किट हाउस में रुके हुए हैं. इस पर टीम मौके पर पहुंची. पुलिस ने जानकारी जुटाई तो सामने आया कि एक सीबीआई आईपीएस अधिकारी अपने रिश्तेदारों के साथ सर्किट हाउस में रुका हुआ है.
मुंबई के बांद्रा में बताई अपनी पोस्टिंग
पुलिस ने पूछताछ की तो अलवर के रहने वाले सुनील कुमार ने खुद को मुंबई के बांद्रा में सीबीआई अधिकारी के रूप में अपनी पोस्टिंग बताई. आरोपी ने अपने नाम का सीबीआई का पहचान पत्र भी दिखाया. जब पुलिस ने सीबीआई के उच्च अधिकारियों से बात की तो पता चला कि सीबीआई विभाग की ओर से आईडी कार्ड जारी नहीं किया जाता है.
पुलिस ने 3 अन्य लोगों से की पूछताछ
पुलिस की पूछताछ और जांच में अलवर के रहने वाले सुनील कुमार का पहचान पत्र फर्जी पाया गया. इसके साथ ही पुलिस ने सर्किट हाउस के 211 नंबर रूम पर भी जांच पड़ताल की. पुलिस ने रूम में रुके 3 लोगों से उनके दस्तावेज चेक किए. पुलिस की पूछताछ में 3 व्यक्तियों से अलग-अलग बातें सामने आईं. पूछताछ में मुख्य आरोपी ने बताया कि उसने तीन से चार बार UPSC की परीक्षा दी लेकिन चयन नहीं हुआ. ऐसे में अपने आसपास के लोगों मे रुतबा दिखाने के लिए दिल्ली जाकर भी कुछ समय गुजारा. इसके बाद सीबीआई का फर्जी आईपीएस अधिकारी बनकर गांव लौट आया. आरोपी के पास से बानसूर गांव के एक इंस्पेक्टर का फर्जी कार्ड भी मिला है. पुलिस ने सुनील कुमार, इंद्राज सैनी, अमित कुमार चौहान और सत्यनारायण को हिरासत में ले लिया है.