REPORT TIMES
अजमेर. घुघरा गांव में सोमवार सुबह एक पन्द्रह साल की किशोरी ने संदिग्ध हालात में फांसी लगाकर जान दे दी। वह 9वीं क्लास की छात्रा थी। प्रारंभिक पड़ाल में आया कि मोबाइल फोन के इस्तेमाल को लेकर पिता ने डांट-फटकार के बाद किशोरी ने यह कदम उठाया। परिजन के इनकार पर सिविल लाइन थाना पुलिस शव बिना पोस्टमार्टम सुपुर्द कर दिया। पुलिस के अनुसार घुघरा निवासी मनीष की पुत्री भूमिका(15) ने सोमवार सुबह 10 बजे घर में छत पर बने कमरे में फंदे पर लटकी मिली। पिता की डांट फटकार के बाद काफी देर तक नीचे नहीं आने पर बड़ी बहन विशाखा छत पर स्थित कमरे में पहुंची तो छोटी बहन भूमिका को फंदे पर लटका देखकर शोर मचाया। वह पड़ोसी की मदद से उसको फंदे से उतार जवाहरलाल नेहरू अस्पताल लेकर पहुंची। जहां चिकित्सकों ने भूमिका को मृत घोषित कर दिया। इधर सूचना के बाद परिजन अस्पताल पहुंचे।
पिता ने छीना था मोबाइल
पड़ताल में आया कि भूमिका 9वीं कक्षा की छात्रा थी। वह कुछ दिन से स्कूल नहीं गई। मृतका के पिता मनीष ने सोमवार सुबह भूमिका से डांट फटकार लगाने के बाद उसका मोबाइल छीन लिया था। मनीष पुत्री को पढ़ाई करने की नसीहत देकर काम पर चला गया। इधर, आवेश में भूमिका ने फांसी लगाकर जान दे दी।
अस्पताल में बेसुध हुई बहन
पड़ोसियों के साथ अस्पताल आई विशाखा चिकित्सकों की ओर से छोटी बहन भूमिका को मृत घोषित करते ही बेसुध हो गई। उसने बताया कि भूमिका छह दिन से स्कूल नहीं गई। सोमवार को स्कूल के लिए तैयार हो रही थी कि पिता ने मोबाइल छीन लिया। बाद में वह छत के कमरे में चली गई। जहां खुदको कमरे में बंद कर लिया। कमरा नहीं खोलने और जवाब नहीं देने पर उसने पड़ोसी की मदद से दरवाजा तोड़ा तो भूमिका फंदे पर लटकी मिली।