REPORT TIMES
जयपुर। पुलिस मुख्यालय क्राइम ब्रांच की टीम ने बाड़मेर जिले में 17 महीनों से वांछित बदमाश महाराज उर्फ जितेंद्र टांक पुत्र हीरालाल निवासी खेम का कुआ पाल रोड जिला जोधपुर को थाना चौपासनी हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र से डिटेन किया। जिसे अग्रिम कार्रवाई के लिए बाड़मेर पुलिस को सोपा गया है। आरोपी की गिरफ्तारी पर बाड़मेर एसपी द्वारा ₹5000 का इनाम घोषित है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध श्री दिनेश एमएन ने बताया कि आईजी क्राइम प्रफुल्ल कुमार के पर्यवेक्षण व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशा राम चौधरी के सुपरविजन तथा इंस्पेक्टर सुभाष सिंह के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल महेश, रविंद्र सिंह, राकेश जाखड़ व कांस्टेबल नरेश को आसूचना संकलन के लिए जोधपुर की ओर रवाना किया गया था। बुधवार को टीम को इनामी बदमाश महाराज उर्फ जितेंद्र के जोधपुर में होने की सूचना मिली। टीम ने सूचना को विकसित कर चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना क्षेत्र से आरोपी को डिटेन कर लिया।
यह है मामला
प्रेम विवाह से खफा लड़की के परिजन 10 जुलाई 2022 को बाड़मेर के लक्ष्मी नगर निवासी बेटी के पति मोती सिंह भाटी को पांच बत्ती चौराहे से बोलेरो गाड़ी में अगवा कर ले गए। पहले गाड़ी में मारपीट की फिर देरासर के पास गाड़ी से नीचे उतारकर लाठी-डंडों से पीटा। पीड़ित की रिपोर्ट के अनुसार चाकू से वार कर आरोपियों ने पिस्टल से फायर भी किए।
मामले में आरोपी महाराज उर्फ जितेंद्र टांक घटना के समय से ही फरार चल रहा था। जिसकी गिरफ्तारी पर एसपी बाड़मेर द्वारा 5000 रुपये का इनाम घोषित किया हुआ है। इसी मामले में 1 जनवरी को पुलिस मुख्यालय की एजीटीएफ टीम द्वारा 5000 के इनामी एक अन्य आरोपी रामनिवास परिहार पुत्र सोहन लाल (30) निवासी बकाणियो की बाड़ी थाना पीपाड़ जिला जोधपुर को पकड़ा था। गिरफ्तार आरोपी महाराज उर्फ जितेंद्र के विरुद्ध बाड़मेर जिले के अतिरिक्त जोधपुर के कोतवाली, बोरानाडा, प्रताप नगर व शास्त्री नगर थाने में गंभीर प्रकृति के आधा दर्जन प्रकरण दर्ज है।
आरोपी को डिटेन करने के बाद टीम ने इसे बाड़मेर पुलिस को सौंप दिया है। इस संपूर्ण कार्रवाई में हेड कांस्टेबल महेश सोमरा, राकेश जाखड़, रविंद्र सिंह व कांस्टेबल नरेश कुमार की विशेष भूमिका व कांस्टेबल सोहन देव की तकनीकी भूमिका रही है। इस टीम का कुशल नेतृत्व इंस्पेक्टर सुभाष सिंह द्वारा किया गया। थाना चौपासनी हाउसिंग बोर्ड से एसआई फगलूराम, हेड कांस्टेबल शकील व कांस्टेबल अशोक भी शामिल थे।