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लोकसभा चुनाव 2024 से मंगलवार को हरियाणा में बड़ी सियासी उथल-पुथल देखने को मिली. राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पूरी कैबिनेट के साथ मिलकर राज्यपाल बंडारू दंत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इसके बाद प्रदेश में भाजपा और जजपा का गठबंधन टूट गया. हालांकि इस गठबंधन के टूटने के बाद भी भाजपा के पास स्पष्ट बहुमत था. इससे यहां भाजपा की सरकार पर तो कोई खतरा नहीं है. लेकिन भाजपा ने प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया है. अब नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. नायब सिंह सैनी मनोहर लाल खट्टर की जगह लेंगे. जानिए कौन हैं नायब सिंह सैनी, जो हरियाणा के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं.
हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष हैं नायब सिंह सैनी
नायब सिंह सैनी इस समय भारतीय जनता पार्टी की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष हैं. चंडीगढ़ में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में सैनी को विधायक दल का नेता चुना गया. भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने विधायक दल की बैठक के बाद मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि शाम पांच बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा.
2014 में विधायक, 2019 में सांसद, अब सीएम बनने जा रहे नायब सिंह सैनी
बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ और हरियाणा मामलों के प्रभारी बिप्लब देब भी मौजूद थे. मालूम हो कि नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र के सांसद हैं. 2019 के चुनाव में उन्होंने कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी. सैनी को पिछले साल अक्टूबर में प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. इससे पहले 2014 के विधानसभा चुनाव में नायब सिंह सैनी अंबाला जिले की नारायणगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे. जिसके बाद उन्हें खट्टर कैबिनेट में भी शामिल किया गया था.
OBC समाज से हैं खट्टर के करीबी सैनी
नायब सिंह सैनी ओबीसी समाज से आते हैं. वो मनोहर लाल खट्टर के करीबी बताए जाते हैं. लोकसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग के मामले में भाजपा और जजपा के बीच गठबंधन टूटने के बाद अब मनोहरलाल खट्टर को सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी. हालांकि सियासी जानकार बताते हैं कि बीते कुछ समय से प्रदेश में मनोहर लाल खट्टर का विरोध भी हो रहा था. इससे भाजपा ने समय रहते सत्ता का चेहरा बदलते हुए विरोध की आवाज को समाप्त करने की कोशिश की है.
नायब सिंह सैनी का सियासी करियर
नायब सिंह सैनी को साल 1996 में राज्य में भाजपा संगठन की जिम्मेदारी दी गई थी. साल 2002 में वो भाजयुमो के जिला महामंत्री बनाए गए. 2012 में सैनी अंबाला के जिलाध्यक्ष बने. इसके बाद सैनी लगातार बढ़ते गए. नायब सैनी 2014 में नारायणगढ़ से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. साल 2016 में सैनी को खट्टर सरकार में राज्य मंत्री भी बनाया गया था.
हरियाणा में BJP का JJP से गठबंधन टूटा
जननायक जनता पार्टी (जजपा) और भाजपा का गठबंधन टूटने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को आज सुबह अपना इस्तीफा सौंप दिया.राज्य में मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री खट्टर समेत 14 मंत्री शामिल थे. इसमें उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जजपा के तीन सदस्य थे.
सीट शेयरिंग पर नहीं बनी बात
दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को भाजपा अध्यक्ष नड्डा के साथ सीटों के बंटवारे पर बातचीत की थी. भाजपा की हरियाणा इकाई के नेताओं का एक बड़ा वर्ग जजपा के साथ गठबंधन का विरोध कर रहा था. इसके बाद तेजी से बदले घटनाक्रम में आज मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दे दिया और फिर विधायक दल की बैठक बुलाई गई.
हरियाणा विधानसभा का नंबरगेम
वर्तमान में, 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 41 विधायक और जजपा के 10 विधायक हैं. इस गठबंधन को सात में से छह निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त था. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के 30 विधायक हैं और इंडियन नेशनल लोकदल तथा हरियाणा लोकहित पार्टी के पास एक-एक सीट है.