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Loneliness Epidemic: अमेरिका की प्रतिष्ठित पत्रिका ‘अमेरिकन साइकोलॉजिस्ट’ में प्रकाशित एक हालिया शोध में खुलासा हुआ है कि मध्यम आयु वर्ग के अमेरिकी अपने यूरोपीय समकक्षों की तुलना में अकेलेपन की समस्या से अधिक पीड़ित हैं. हमारी टीम के अध्ययन ने अकेलेपन को लेकर एक ऐसी प्रवृत्ति की पहचान की है जो कई पीढ़ियों से बढ़ रही है, और यह प्रवृति ‘बेबी बूमर्स’ (1946-1964 के बीच जन्मे लोग) और ‘जेन एक्स’ (1965-1980 के बीच जन्मे लोग) दोनों ही आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित करती है.
इंग्लैंड और भूमध्यसागरीय यूरोप में मध्यम आयु वर्ग के वयस्क लोग अकेलेपन की समस्या से पीड़ित होने के मामले में अमेरिकी नागरिकों से बहुत पीछे नहीं हैं.इसके विपरीत, महाद्वीपीय और नॉर्डिक यूरोप में मध्यम आयु वर्ग के वयस्कों में अकेलेपन से पीड़ित होने के मामलों की संख्या में समय के साथ गिरावट आई है.
हर दो साल में अकेलेपन की समस्या को लेकर बदले नजरिया
हमने अपने शोध में 2002 से 2020 तक अमेरिका और 13 यूरोपीय देशों के मध्यम आयु वर्ग के 53,000 से अधिक वयस्कों पर किए गए सर्वेक्षण के आंकड़ों का उपयोग किया. हमने इन वयस्कों में 45 वर्ष से 65 वर्ष की मध्यम आयुवर्ग में हर दो साल में अकेलेपन की समस्या को लेकर उनके नजरिये में हुए बदलाव के आंकड़े जुटाए. इस शोध में हमें 1937 और 1945 के बीच पैदा हुए लोगों की तथाकथित साइलेंट जेनेरेशन, ‘बेबी बूमर्स’ (1946-1964 के बीच जन्मे लोग) और ‘जेन एक्स’ (1965-1980 के बीच जन्मे लोग) के आंकड़े जुटाए हैं.