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रेलवे विजिलेंस की टीम ने भरतपुर आरक्षण कार्यालयों पर छापा मारकर दलालों के टिकट बना रहे तीन रेलवे कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ा है. तीनों कर्मचारियों के खिलाफ केस तैयार कर निलंबित कर दिया गया. रेलवे विजिलेंस की टीम की कार्रवाई के दौरान आरक्षण कार्यालय पर हड़कंप मच गया और मौके से दलाल फरार हो गए.
अवैध रूप से बनाए टिकट बरामद
पकड़े गए कर्मचारियों के पास से अवैध रूप से बनाए गए तत्काल श्रेणी के कई टिकट बरामद किए गए हैं. जानकारी के मुताबिक, रेलवे विजिलेंस की टीम ने सारस चौराहा और रेलवे स्टेशन स्थित आरक्षण केंद्र पर अचानक कार्रवाई को अंजाम दिया. कार्रवाई के दौरान रेलवे के तीन कर्मचारियों को दलालों की टिकट बनाते हुए रंगे हाथ पकड़ा और पकड़े गए कर्मचारियों के पास से तत्काल श्रेणी के कई टिकट बरामद किए. रेलवे विजिलेंस की टीम ने तीनों कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कर निलंबित कर दिया. हालांकि, इस कार्रवाई के दौरान मौके पर मौजूद दलाल भाग निकले. रेलवे स्टेशन आरक्षण केंद्र पर कार्यरत राहुल शर्मा और प्रदीप तिवारी को वहीं से पकड़ लिया गया, जबकि सारस चौराहा से दौलत सिंह को रंगे हाथ पकड़ा है. 16 मार्च 2024 को रेलवे विजिलेंस की टीम ने सारस चौराहा और रेलवे स्टेशन स्थित आरक्षण केंद्र पर कार्रवाई को अंजाम दिया था.
डेढ़ माह में टीम की दूसरी कार्रवाई
उस समय भी टिकट दलाली के आरोप में तीन बाबू और दो दलालों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. इनका मामला अभी अदालत में चल रहा है और डेढ़ माह के अंदर यह रेलवे विजिलेंस टीम की दूसरी कार्रवाई है. दलालों के द्वारा रेलवे कर्मचारियों से मिली भगत का तत्काल श्रेणी की टिकट बनवा दी जाती हैं और इन्हीं टिकटों को जरूरतमंद लोगों को दुगनी कीमतों पर बेचा जाता है. टिकट की दलाली का कार्य कही सालों से चल रहा है लेकिन रेलवे विजिलेंस की टीम की कार्रवाई के बावजूद भी यह गोरख धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा.