Nautapa starts : राजस्थान में भीषण गर्मी लोगों की कड़ी परीक्षा ले रही है. हीटवेव के कारण अभी तक यहां करीब एक दर्जन लोगों की मौत हो गई है. सबसे ज्यादा तापमान बाड़मेर में दर्ज किया जा रहा है. आलम यह है कि भीषण गर्मी से बचने के लिए लोगों के खुद को घरों में कैद कर लिया है, जिस कारण दोपहर के वक्त सड़कों पर सन्नाटा सा पसर जाता है. इस सब के बीच आज से नौतपा की शुरुआत हो गई है. मौसम विभाग की माने तो गर्मी का प्रकोप आने वाले 9 दिनों में और बढ़ेगा, जिससे पारा 50 डिग्री के पार जाने की संभावना है.
अलर्ट मोड पर आया प्रशासन
गर्मी के इस अलर्ट को देखते हुए प्रदेश के सरहदी जिले श्रीगंगानगर में जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है. नगर परिषद आयुक्त यशपाल आहूजा ने बताया कि भयंकर गर्मी के कारण सड़कें बुरी तरह से तप रही हैं. ऐसे में सड़कों पर पानी का छिड़काव करवाया जा रहा है. शहर के अधिक ट्रैफिक वाले हिस्सों में सड़कों पर पानी छिड़कवाया जा रहा है. इसके साथ ही आम लोगों के लिए छाया की व्यवस्था की जा रही है और सार्वजनिक स्थानों पर पानी की व्यवस्था करने के लिए नगर पालिकाओं को निर्देशित किया गया है.
राहगीरों के लिए छाया की व्यवस्था
आहूजा ने आगे बताया कि भीषण गर्मी से बचाव के लिए पशु पक्षियों के लिए भी व्यवस्था की गई है. पक्षियों के लिए परिंडे लगाए गए हैं और उनके हर दिन पानी भरने के लिए निर्देशित किया गया है. वहीं पशुओं के पानी पीने के लिए बनी खेलियों को भी भरने के निर्देश दिए गए हैं. भीषण गर्मी के कारण राहगीर पेड़ों की शरण लेते हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं पेय पदार्थ की दुकानों में भी भीड़ बढ़ रही है. जिले में हर गली नुक्कड़ पर इन दिनों गन्ने के रस और जूस की दुकाने खुल गई हैं, जहां भीड़ टूटने का नाम नहीं ले रही है.
46 डिग्री के ऊपर पहुंचा तापमान
जिले में पिछले 10 दिनों से तापमान 46 डिग्री से ऊपर बना हुआ है. मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक और गर्मी पड़ने का अलर्ट जारी किया है. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने हर विभाग को अलर्ट कर दिया है और जरुरी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर मुख्यालय पर रहने के लिए निर्देशित किया गया है. अत्यधिक गर्मी के कारण बिजली का संकट भी शुरू होने लगा है.