fake 500 notes: राजस्थान में जाली नोटों का कारोबार चल रहा है. जिसका पर्दाफाश राजस्थान की पुलिस ने किया है. अपराधियों के पास से 500-500 रुपये के जाली नोट पकड़े गए हैं जो 40 हजार रुपये के है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि गैंग अवैध हथियार और जाली नोटों की तस्करी करने वालों को सप्लाई करने वाले गैंग को पकड़ा गया है. यह घटना अजमेर की है. वहीं तीनों आरोपी अलवर जिले के हैं. अजमेर की सदर कोतवाली थाना पुलिस ने बाजार में जाली नोट चला रहे तीन बदमाशों को 40 हजार रुपए जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया है. जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस मुख्यालय के निर्देशन में चलाए जा रहे हैं विशेष अभियान के तहत मादक पदार्थ, अवैध हथियार और जाली नोटों की तस्करी करने वालों को चिन्हित करने और सप्लाई करने वाली गैंग का पर्दाफाश अजमेर पुलिस ने किया है.
प्लास्टिक का खिलौने खरीदने के लिए दिये 500 के जाली नोट
एसपी देवेंद्र कुमार विश्नोई ने बताया कि 25 मई की रात को मदार गेट पुलिस चौकी पर व्यापारी सुरेश ने बताया कि उसकी दुकान पर तीन व्यक्ति आए, जिनमें से एक व्यक्ति ने प्लास्टिक का खिलौना खरीदा. खरीदारी के बदले उसने 500 का नोट दिया. भीड़ ज्यादा होने के कारण बाद में जब उसे नोट को देखा तो नकली नोट होना ज्ञात हुआ. उसके बाद पुलिस की मदद से तीनों बदमाशों को मुंदरी मोहल्ले के बाजार से हिरासत में लिया गया.
तीनों के पास मिले 40 हजार रुपए के जाली नोट
तीनों बदमाशों को हिरासत में लेकर उनकी तलाशी ली गई जिसमें अलवर निवासी अब्बास के पास 500 के 45 जाली नोट, संतार खान के पास 25 और हासान उर्फ मौसम खान के पास 10 जाली नोट बरामद हुए. इस प्रकार तीनों के पास से कुल 40 हजार रुपए नकली भारतीय मुद्रा बरामद की गई. तीनों ही बदमाश को आज माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर रिमांड लिया गया.
कैसे देते थे वारदात को अंजाम
शातिर तीनों बदमाश जो भारी मात्रा में जाली नोट अजमेर लेकर शहर में आए और अजमेर में दुकान दुकान घूम कर देखते हैं कि किस दुकान पर भीड़भाड़ है. जिस दुकान पर भीड़ भाड़ दिखाई देता है वहां से सामान खरीदने और जल्दबाजी में दुकानदार को जाली ₹500 का नकली नोट देकर बदले में असली नोट प्राप्त कर वहां से फरार हो जाते. दुकान पर भीड़ होने के कारण दुकानदार उन जाली नोटों के असली या नकली होने का फर्क महसूस नहीं कर पाता. तब तक तीनों बदमाश घटना को अंजाम देकर अपनी लोकेशन बदल देते थे.