राजस्थान SI भर्ती पेपर लीक मामले में आरोपी बाबूलाल कटारा को सोमवार को एसओजी की टीम आरपीएससी (RPSC) लेकर पहुंची. इस दौरान एसओजी की टीम ने बाबूलाल कटारा के सामने ही उनके चैंबर को खुलवाकर वहां रखे दस्तावेज की जांच की. बाबूलाल कटारा के आरपीएससी पहुंचने के करीब ढाई घण्टे बाद रामू राम राईका, उनके बेटे देवेश और पुत्री शोभा राईका को एसओजी की टीम आरपीएससी लेकर आई, जहां पर उन लोगों से करीब डेढ़ घंटे की पूछताछ की गई.
बाबूलाल कटारा से कौन-कौन मिला?
एसओजी सभी आरोपियों को अलग-अलग वाहनों में लेकर आरपीएससी मुख्यालय पहुंची. बाबूलाल कटारा के सामने ही आरपीएससी में उनके चैंबर को खुलवाकर दस्तावेज और पत्रावलियों की जांच की गई. उसके बाद अलग-अलग डिपार्टमेंट में ले जाकर मौका तस्दीक कराई जा रही है. बाबूलाल कटारा से पेपर लीक से पहले कौन-कौन व्यक्ति मिलने आए थे, उसकी भी जांच की जा रही है.
आमने-सामने आरोपियों से पूछताछ
रामूराम राईका और उनके बेटा-बेटी से एसओजी की टीम ने करीब डेढ़ घंटे आमने-सामने पूछताछ की. इसके बाद आरपीएससी मुख्यालय से ओसीजी की टीम उन्हें वहां से लेकर चली गई. वहीं, बाबूलाल कटारा से अभी पूछताछ जारी है. उधर एसआई पेपर लीक मामले (SI Paper Leak Case 2021) में और भी गिरफ्तारियां होने की संभावना जताई जा रही है. एसओजी 3 बजे राईका और उसके बेटा-बेटी को लेकर सरकारी वाहन में पहुंची, जहां पर राइका की बेटी शोभा राय का ब्लैक कलर के ट्रैकसूट में चेहरा छुपाती नजर आई. दूसरी कार में रामूराम राईका का चेहरा साफ नजर आया.
कटारा ने उपलब्ध कराया था पेपर
बता दें कि एसओजी की पूछताछ में रामू राम राईका ने कबूला था कि SI भर्ती परीक्षा 2021 का पेपर बाबूलाल कटारा ने उपलब्ध कराया था. राईका ने यह पेपर अपने बेटे देवेश और पुत्री शोभा को दिया था. रायका के बेटा-बेटी फिलहाल एसओजी की गिरफ्त में हैं. अब तक रामू राम राईका के बेटा-बेटी सहित 5 ट्रेनी एसआई को SOG ने गिरफ्तार कर किया है. गिरफ्तार ट्रेनी एसआई शोभा राईका, देवेश राईका नागौर के गगवाना, मंजू देवी रायसिंहनगर, अविनाश पलसानिया जयपुर के शाहपुरा और बिजेंद्र कुमार झुंझुनूं के चिड़ावा के रहने वाले हैं.