चिड़ावा। मोर को राष्ट्रीय पक्षी घोषित हुए 59 वर्ष हो गए हैं, लेकिन अब भी उनकी सुरक्षा के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं दिखता। आए दिन मोर की तस्करी या शिकार की जानकारियां सामने आती रहती हैं। ऐसा ही एक मामला चिड़ावा के सुलताना बस स्टैंड के पास देखने को मिला, जहां एक बावरिये ने राष्ट्रीय पक्षी मोर की गोली मार कर हत्या कर दी। वन विभाग के अधिकारियों ने मृत मोर के शव को कब्जे में ले लिया और आरोपी बावरिये को गिरफ्तार कर लिया।

इलाज के दौरान हुई मोर की मौत
वन विभाग के मुकेश नूनिया और सुधीर भड़िया ने बताया कि सुबह उनको सूचना मिली कि सुलताना बस स्टैंड के पास के क्षेत्र में मोर का शिकार किया जा रहा है। इस पर वनकर्मी पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां पर एक मोर गंभीर रूप से घायल पड़ा हुआ नजर आया। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं पुलिस ने आरोपी बावरिये राजू को भी मौके से हिरासत में ले लिया है। वन विभाग ने आरोपी राजू के खिलाफ विभागीय नियमानुसार कार्रवाई शुरू कर दी है।
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