झुंझुनूं।रिपोर्ट टाइम्स। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के कैबिनेट मंत्री एवं झुंझुनूं जिले के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत की संवेदनशीलता एक बार फिर सामने आई, जब उन्होंने 5 वर्ष से घर में ही कैद मानसिक विमंदित 21 वर्षीय दलीप को ईलाज के लिए एंबुलेंस के ज़रिए मनोचिकित्सालय जयपुर के लिए भिजवाया। अब मानसिक रूप से कमजोर दलीप का समस्त ईलाज सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के खर्चे पर ही करवाया जाएगा.
मंत्री अविनाश गहलोत राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट के जिला स्तरीय समारोह के लिए झुंझुनूं पहुंचे थे, जहां स्थानीय निवासी हंसराज सैनी ने मंत्री गहलोत को मानसिक विमंदित दिलीप की स्थिति के बारे में बताया। इसके बाद उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक डॉ पवन पूनिया को तुरंत प्रभाव से दिलीप को मनोचिकित्सालय जयपुर भिजवाने के निर्देश दिए थे। मंत्री गहलोत के निर्देश के बाद सामाजिक सुरक्षा अधिकारी डॉ निखिल कुमार इस्लामपुर स्थित दलीप पुत्र रामकुमार सैनी के घर पहुंचे और एंबुलेंस के जरिए विभागीय खर्चे पर मनोचिकित्सालय जयपुर के लिए रवाना किया।
गौरतलब है कि दलीप का समस्त इलाज सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के खर्चे पर ही करवाया जाएगा। दलीप की पिछले 5 वर्षों से मानसिक हालत ठीक नहीं है। इनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी कमजोर है, जिसके चलते वे इलाज नहीं करवा पा रहे थे। इससे पहले नवंबर माह के दूसरे सप्ताह में अपने दौरे के दौरान भी मंत्री अविनाश गहलोत ने केहरपुरा खुर्द के 27 वर्षो से जंजीरों में कैद 60 वर्षीय मानसिक विमंदित सीताराम को आजाद करवाकर उन्हें मनोचिकित्सालय जयपुर भेजा था, जहां अब उनका विभागीय खर्चे पर ईलाज किया जा रहा है।