मेहंदीपुर। रिपोर्ट टाइम्स।
राजस्थान के करौली स्थित प्रसिद्ध मेहंदीपुर बालाजी मंदिर, जहां श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब उमड़ता है, इस बार एक रहस्यमयी घटना का केंद्र बन गया। दर्शन के लिए आए एक ही परिवार के चार सदस्यों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इनके शव मंदिर के पास स्थित रामकृष्ण आश्रम के एक कमरे में पाए गए।
बताया जा रहा है कि यह परिवार 12 जनवरी को बालाजी के दर्शन के लिए पहुंचा था। लेकिन बुधवार सुबह जब उनके कमरे से कोई जवाब नहीं मिला, तो आश्रम के कर्मचारियों ने कमरे का दरवाजा खोला और इस दिल दहला देने वाले दृश्य का सामना किया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है, लेकिन यह गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं पाई है कि यह हत्या है या सामूहिक आत्महत्या।
कमरे में बिखरे पड़े थे चारों शव
बता दें कि मेंहदीपुर बालाजी में यह परिवार 12 जनवरी को बालाजी मंदिर के दर्शन के लिए रामकृष्ण आश्रम पहुंचा था लेकिन दो दिन बाद उनके शव आश्रम के एक कमरे में संदिग्ध हालात में पाए गए। मृतकों में पिता सुरेंद्र कुमार, मां कमलेश, बेटा नितिन और बेटी नीलम शामिल हैं। सामूहिक आत्महत्या की आशंका मामले की जानकारी सबसे पहले आश्रम के सफाईकर्मी ने दी, जब वह सफाई के लिए कमरे में पहुंचा।
पुलिस ने शुरुआती जांच में इसे सामूहिक आत्महत्या का मामला बताया है। करौली एसपी ब्रजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि चारों की मौत मंगलवार देर शाम हुई। हालांकि, आत्महत्या के पीछे का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। FSL टीम ने जुटाए अहम सबूत घटना स्थल पर पहुंची FSL (फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए हैं। पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
हत्या या आत्महत्या?
रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा। परेशानी के निवारण के लिए आए थे परिवार के सदस्य आश्रम के प्रबंधक ने बताया कि परिवार ने अपनी बेटी और पिता से जुड़ी कुछ परेशानियों के निवारण के लिए यहां आने की बात कही थी। फिलहाल पुलिस इस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या परिवार किसी मानसिक तनाव का शिकार था, या फिर इसके पीछे कोई अन्य वजह है।