रिपोर्ट टाइम्स।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अपना पहला मैच हारने के बाद पाकिस्तान करो या मरो के हालात में फंस चुका है. उसके लिए टीम इंडिया से मुकाबला अब सिर्फ एक मैच नहीं रहा, बल्कि टूर्नामेंट में खुद की उम्मीदों को जिंदा रखने की वजह भी बन गया है. चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के ग्रुप स्टेज से बाहर होने से बचना है तो उसे ये मुकाबला हर हाल में ही जीतना है. इन हालातों में फंसी पाकिस्तानी टीम ने उस शख्स की मदद ली है, जिसने बाबर आजम की खोज की है. हम बात कर रहे हैं मुदस्सर नजर की, जो पाकिस्तान के पूर्व ओपनर भी रह चुके हैं.
बाबर आजम की खोज करने वाले मुदस्सर नज़र
बाबर आजम ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि वैसे को उन्हें तराशने वाले कई लोग हैं. मगर सही मायनों में अगर उन्हें प्रोफेशनल लेवल के लायक परखा और आगे बढ़ने की राह दिखाई, वो मुदस्सर नजर रहे. अब सवाल ये है कि जिसने बाबर आजम की खोज की, पाकिस्तान ने उन्हें सिर्फ बाबर की बल्लेबाजी को दुरुस्त करने के लिए बुलाया है, या फिर पूरी टीम के लिए? तो इसका जवाब ये है कि मुद्दसर नजर पाकिस्तान की पूरी टीम को भारत के खिलाफ मुकाबले से पहले ट्रेनिंग देंगे. पाकिस्तान टीम के साथ मुदस्सर नजर के जुड़ने की जानकारी भारतीय खेल पत्रकार विमल कुमार ने अपने यू-ट्यूब चैनल के जरिए दी.
मुदस्सर नज़र को स्पेशल कोचिंग के लिए क्यों बुलाया?
UAE पहुंचते ही पाकिस्तानी टीम ने मुदस्सर नजर को स्पेशल कोचिंग के लिए क्यों बुलाया? इस सवाल का जवाब है वहां के हालते से उनकी दोस्ती. उसकी अच्छी समझ. मुदस्सर नजर दरअसल UAE की टीम के कोच रहे हैं और इस लिहाज से उन्हें वहां का तजुर्बा है. मुद्दसर नजर ने पाकिस्तानी टीम को स्पेशल कोचिंग देने की शुरुआत उनसे बात कर की. उन्होंने नेट सेशन लगाने से पहले खिलाड़ियों से बात की.
प्रैक्टिस सेशन में क्या-क्या हुआ?
21 फरवरी को लाइट के नीचे मुदस्सर नजर की देख रेख में हुए प्रैक्टिस सेशन में बाबर आजम पर फुल निगाह रही. उन्होंने अपनी टीम के हरेक गेंदबाज के 2-2ओवर खेले. इस दौरान वो कुछ गेंदों पर बड़े शॉट्स के लिए गए. और कुछ को डिफेंड किया. विमल कुमार ने बताया कि शाहीन शाह अफरीदी नेट्स पर बड़े-बड़े शॉट्स लगाने की प्रैक्टिस करते नजर आए, जिससे पाकिस्तान की उस मंशा का पता चलता है कि क्या वो उन्हें भारत के खिलाफ ऊपर में आजमा सकता है. प्रैक्टिस सेशन बाकी बल्लेबाज भी बड़े शॉट्स लगाने की प्रैक्टिस करते दिखे, मगर ज्यादातर बार वो इसमें नाकाम रहे. पाकिस्तान की फील्डिंग भी प्रैक्टिस सेशन के दौरान एक समस्या ही बनी दिखी. पाक खिलाड़ियों ने दुधिया रोशनी में काफी कैच छोड़े.
साफ है कि प्रैक्टिस सेशन में पुरानी बीमारी पाक टीम का साथ नहीं छोड़ा. ऐसे में ये कहना की कि मुदस्सर नजर की स्पेशल ट्रेनिंग का पाकिस्तानियों को भारत के खिलाफ कितना फायदा होगा, ये तो वक्त ही बताएगा.