जयपुर। रिपोर्ट टाइम्स।
विधानसभा में मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को ‘आपकी दादी’ कहकर संबोधित करने से राजस्थान की सियासत गरमाई हुई है। मंत्री के इस बयान के बाद कांग्रेस भड़क गई और उन्होंने इसे अपमानजनक करार देते हुए माफी की मांग की। कांग्रेस विधायकों ने सदन में जोरदार विरोध किया, जिससे तीन बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। वहीं, सदन में गतिरोध बढ़ने पर स्पीकर ने कांग्रेस के 6 विधायकों को सस्पेंड भी कर दिया।
राजस्थान विधानसभा में मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को ‘आपकी दादी’ कहने के बाद राजनीतिक भूचाल आ गया है। कांग्रेस इसे अपमानजनक बयान बता रही है और मंत्री से माफी की मांग कर रही है। वहीं, भाजपा इसे “फिजूल का हंगामा” करार दे रही है। इस मुद्दे ने अब राजनीतिक गलियारों में जबरदस्त गर्मी बढ़ा दी है, और पक्ष-विपक्ष के बीच बयानबाजी तेज हो गई है।
कांग्रेस के विधायकों का विधानसभा में धरना
मंत्री के बयान के विरोध में कांग्रेस विधायक विधानसभा में ही धरने पर बैठ गए। वे सदन में रातभर रुके और वहीं भोजन किया। कांग्रेस का कहना है कि जब तक मंत्री माफी नहीं मांगते, वे अपना धरना खत्म नहीं करेंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह डोटासरा, टीकाराम जूली और सचिन पायलट ने इसे “लोकतंत्र का अपमान” बताया और कहा कि यह भाजपा की “अपमानजनक राजनीति” का हिस्सा है।
“पता कर रहा हूं, पारसी में दादी को क्या कहते हैं”
राजस्थान भाजपा प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल ने इस विवाद पर चुटकी लेते हुए कहा कि “दादी सबसे सम्मानजनक शब्द है, लेकिन कांग्रेस को इससे दिक्कत क्यों हो रही है? शायद इसलिए कि इंदिरा गांधी की शादी फिरोज जहांगीर से हुई थी। अब मैं पता कर रहा हूं कि पारसी में दादी को क्या कहते हैं, और फिर हम वही बुलवा देंगे।” उनके इस बयान के बाद कांग्रेस और भी आक्रामक हो गई है।
“कांग्रेस बिना वजह मुद्दा बना रही है”
भाजपा के नेता जोगाराम पटेल ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ हंगामा करने के लिए विवाद खड़ा कर रही है। उन्होंने कहा कि “हमारे मंत्री ने इंदिरा गांधी का अपमान नहीं किया, बल्कि कांग्रेस की योजनाओं के नामकरण पर टिप्पणी की थी। लेकिन कांग्रेस इस मुद्दे को बेवजह तूल दे रही है।”
वहीं, राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि “विधानसभा अध्यक्ष ने पहले ही कह दिया था कि यह बयान रिकॉर्ड से हटा दिया जाएगा, फिर भी कांग्रेस उग्र हो गई। यह केवल सस्ती राजनीति है।”
“इंदिरा गांधी का अपमान बर्दाश्त नहीं”
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि “भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है। वे हमारे नेताओं का अपमान कर रहे हैं और अब बचाव में हास्यास्पद तर्क दे रहे हैं। हम इंदिरा गांधी का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।” कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर राज्यभर में विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
क्या है पूरा मामला?
शुक्रवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि कांग्रेस अपनी अधिकतर योजनाओं के नाम आपकी ‘अपनी दादी’ इंदिरा गांधी के नाम पर रखती थी। इस पर कांग्रेस नेता टीकाराम जूली ने आपत्ति जताई और सवाल किया कि “क्या मंत्री पूर्व प्रधानमंत्री को ‘दादी’ कह रहे हैं?” बस, इसी बात पर कांग्रेस विधायक भड़क गए और विधानसभा में हंगामा खड़ा हो गया। कांग्रेस विधायकों ने वेल में उतरकर नारेबाजी की और सदन के रिकॉर्ड से बयान हटाने की मांग की।
सियासी संकट….गहराया, आगे क्या?
भाजपा इस मुद्दे पर झुकने को तैयार नहीं दिख रही, वहीं कांग्रेस मंत्री के सार्वजनिक माफी की मांग पर अड़ी हुई है। विधानसभा में इस गतिरोध के चलते 6 कांग्रेस विधायकों को निलंबित कर दिया गया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस मुद्दे को लेकर राज्य की राजनीति में नया मोड़ आ सकता है और दोनों दल इसे आगामी लोकसभा चुनावों के लिए भुनाने की कोशिश करेंगे।
अब देखना यह है कि भाजपा इस विवाद को कैसे संभालती है और क्या मंत्री अविनाश गहलोत माफी मांगेंगे या नहीं? कांग्रेस के आक्रामक रुख को देखते हुए यह विवाद जल्द खत्म होता नहीं दिख रहा है।