बिजयनगर। रिपोर्ट टाइम्स।
राजस्थान के अजमेर के बिजयनगर में स्कूली छात्राओं को ब्लैकमेल कर रेप के मामले में अब बुलडोजर एक्शन हो सकता है। इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जिनको बिजय नगर पालिका की ओर से नोटिस जारी किया गया है, इस नोटिस में तीन दिन में मकान के दस्तावेज पेश करने को कहा है। इधर, घटना के विरोध में आज ब्यावर, अजमेर, भीलवाड़ा बंद हैं, लोग ब्लैकमेल-रेप के आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं।
ब्लैकमेलिंग केस में अब बुलडोजर एक्शन !
अजमेर के बिजयनगर में स्कूली छात्राओं को दोस्ती के जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करने का मामला लगातार गरमा रहा है, इस मामले में पुलिस पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, एक पूर्व पार्षद को भी गिरफ्तार किया गया है। इस बीच अब नगर पालिका की ओर से इस मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों को नोटिस दिया गया है। नगर पालिका की ओर से भेजे गए इस नोटिस में आरोपियों को तीन दिन में मकानों के दस्तावेज पेश करने को कहा है, ऐसा नहीं करने पर मकानों को अवैध मानकर ध्वस्त किया जा सकता है।
क्या पूर्व पार्षद ब्लैकमेलिंग केस का सरगना?
अजमेर की बिजयनगर पुलिस ने ब्लैकमेलिंग केस में पूर्व पार्षद हाकिम कुरैशी को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी वारदात में सहयोगी था, इसे आरोपियों को सरगना भी बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी पूर्व पार्षद कुरैशी को गिरफ्तार कर अजमेर पॉक्सो कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे अदालत ने पांच दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है। अब पुलिस आरोपी से ब्लैकमेलिंग केस के बारे में पूछताछ करेगी।
आज ब्यावर, अजमेर, भीलवाड़ा बंद
बिजयनगर में स्कूल की छात्राओं को ब्लैकमेल कर रेप की घटना के विरोध में आज ब्यावर, अजमेर, भीलवाड़ा बंद हैं। लोग सड़कों पर उतरकर आक्रोश प्रदर्शन कर रहे हैं और स्कूली छात्राओं को ब्लैकमेल कर देह शोषण करने वाले आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। इधर, राज्यपाल ने झुंझुनूं में एक गर्ल्स स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि कुछ लड़कियों को हिंदूवादी संगठन से जुड़ने पर टारगेट किया गया। उन्होंने कहा कि अब ऐसा नहीं चलेगा। उन्होंने छात्राओं से कहा कि डरने की जरुरत नहीं है, जो टेढ़ी नजर से देखे उसे नजर मिलाकर जवाब दो। ईंट का जवाब पत्थर से दो।
क्या है बिजयनगर ब्लैकमेलिंग केस?
अजमेर के बिजयनगर में स्कूली छात्राओं को ब्लैकमेल करने का मामला 15 फरवरी को सामने आया था। जब एक नाबालिग लड़की के परिजनों ने पुलिस को शिकायत दी थी। इसके बाद चार और लड़कियों के परिजन सामने आए। परिजनों ने आरोप लगाया कि आरोपी अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे थे, इसके साथ ही धर्मांतरण का दवाब डाल रहे थे। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की है और मामले की जांच की जा रही है।