चिड़ावा। रिपोर्ट टाइम्स।
क्षेत्र की ओजटू, अडूका, सेहीकलां, डालमिया की ढाणी, खेमू की ढाणी और निजामपुरा को चिड़ावा नगरपालिका में जोडऩे का विरोध हो रहा है। इस संबंध में बुधवार को इन पंचायतों के अलावा विभिन्न पंचायतों के जनप्रतिनिधि नया बस स्टैंड के पास स्टेशन रोड स्थित बापू बाजार में एकत्र हुए। जहां पर सभी जनप्रतिनिधियों ने ग्राम पंचायतों को नगरपालिका में शामिल किए जाने का विरोध जताया।
जनप्रतिनिधियों ने कहा कि पालिका क्षेत्र में शामिल होने से गांवों का विकास प्रभावित होगा। ओजटू ग्राम पंचायत का अंतिम छोर करीब दस किमी की दूरी पर पड़ता है। जिस कारण लोगों को छोटे-छोटे काम के लिए पालिका के चक्कर लगाने पड़ेंगे। ग्राम पंचायत के माध्यम से मिलने वाली सरकारी योजनाएं प्रभावित होंगी।
इसके अलावा अन्य ग्राम पंचायतों में लोगों को मिलने वाले ग्रामीण क्षेत्र के लाभों से भी हाथ धोना पड़ेगा। इसके बाद चिड़ावा पालिका में जोडऩे का विरोध करते हुए प्रदर्शन रैली के साथ सभी जन प्रतिनिधि उपखंड कार्यालय पहुंचे और यहां तहसीलदार कमलदीप पूनिया को ज्ञापन सौंपा गया। जिसके माध्यम से ग्राम पंचायतों को पालिका में जोडऩे से दूर रखने की मांग की जाएगी।
सरपंच फोरम के अध्यक्ष और ओजटू सरपंच एड.विनोद डांगी ने बताया कि सरकार के इस फैसले का पुरजोर तरीके से विरोध किया जाएगा। इस दौरान पूर्व उप प्रधान उमराव सिंह डांगी, पूर्व सरपंच शीशराम डांगी, उप सरपंच सत्यवीर लमोरिया, पंस सदस्य प्रतिनिधि राजकुमार मेघवाल, पूर्व सरपंच जगदीश बड़सरा, रतिराम, मोहनलाल शर्मा अडूका, जीएसएस अध्यक्ष मनोज कुमार, शीशराम गोस्वामी, राजेश डांगी, संजय शास्त्री शोभानंद, अमरसिंह तंवर, पंच सत्यवीर सिंह, सुरेश डांगी, संजय सैनी, रामकुमार झाझडिया, वीरप्रकाश झाझडिया, पार्षद निखिल चौधरी सहित काफी संख्या में जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद रहे।