REPORT TIMES
उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी ASI सर्वे होगा. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इसकी इजाजत दे दी है. अब ऐसे में सवाल यह उठा रहा है कि देश में ऐसी कई और मस्जिदें हैं जहां पर सर्वे की डिमांड की जा रही है क्या वहां पर भी सर्वे किया जाएगा? दरअसल ऐसे कई मामले देश के अलग-अलग जगहों से सामने आए हैं जहां पर स्थानीय संगठनों ने दावा किया है कि मस्जिद बनने से पहले वहां पर मंदिर बने हुए थे. मथुरा की शाही ईदगाह हो या मेरठ की जामा मस्जिद, फिलहाल कई जगहों पर मामला कोर्ट में पेंडिंग है और विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इन मस्जिदों को हटाने की मांग की जा रही है. आइये इस खबर में जानते हैं कि पूरे देश में किन-किन मस्जिदों पर फिलहाल विवाद की स्थिति बनी हुई है और मामला कोर्ट-कचहरी तक पहुंच गया है.
मथुरा में कृष्ण जन्म भूमि विवाद
मथुरा के शाही ईदगाह और मीना मस्जिद के सर्वे की मांग भी की जा रही है. यह कृष्ण जन्मभूमि से सटे हुए बने हैं. इस पर हिंदू संगठन और कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास लगातार ही कोर्ट में सर्वे की मांग कर रहे हैं. उनका दावा है कि यह कृष्ण जन्मभूमि पर बनाए गए हैं. यह पूरा विवाद करीब 13.37 एकड़ जमीन है, जहां पर 2.37 एकड़ जमीन में शाही ईदगाह बनी हुई है. हिंदू पक्ष यह मांग कर रहे हैं कि मस्जिद को हटाकर यह मंदिर को दी जानी चाहिए. इतना ही नहीं यह भी कहा जा रहा है कि मंदिर का गर्भग्रह मस्जिद के अंदर मौजूद है.
मस्जिद से पहले था बौद्ध मठ
मेरठ की जामा मस्जिद पर भी ऐसा ही कुछ दावा किया जा रहा है. दरअसल यहां पर इतिहासकारों ने गैजेटियर को सबूत की तरह पेश करते हुए दावा किया है कि यहां पर जामा मस्जिद से पहले बौद्धमठ था, जिसे तोड़कर मस्जिद का निर्माण किया गया था. इतिहासकारों ने इसके सर्वे की मांग की है. इतिहासकार केडी शर्मा ने दावा किया है कि जब भूकंप की वजह से मस्जिद का कुछ हिस्सा टूटा था तो यहां पर बौद्धमठ के स्तंभ मलबे में दिखाई दिए थे.
प्रयागराज में निषाद किले की मस्जिद पर भी बवाल
प्रयागराज से कुछ ही दूर निषादराज के किले पर बनाई गई मस्जिद के मामले में भी विवाद बड़ा रूप लेता जा रहा है. इस पूरे मामले में मंत्री संजय निषाद और उनके साथ अयोध्या के कुछ संत इस बात का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि मस्जिद को हटाया जाना चाहिए.
कर्नाटक की मलाली मस्जिद का मामला
कर्नाटक के मंगलुरु शहर में एक इसी तरह का एक विवाद सामने आया है. मंगलुरू के बाहरी क्षेत्र में स्थित मलाली मस्जिद पर हिंदू संगठनों ने दावा किया है कि इस मस्जिद को भी हिंदू मंदिर को तोड़कर बनाया गया है. इस मस्जिद की सर्वे की मांग को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की गई है.
मस्जिद में प्रवेश पर रोक
यह मामला महाराष्ट्र में स्थित मुंबई से करीब 350 किलोमीटर दूर जलगांव का है. जलगांव जिले में इरानडोल में एक मस्जिद मौजूद है जिसके मामले में स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि इमारत पर कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कब्जा कर लिया था जिसके बाद उन्होंने इस मस्जिद में तब्दील कर दिया. इतने गंभीर आरोप के बाद स्थानीय प्रशासन ने फिलहाल मस्जिद में प्रवेश पर रोक लगाई है. इसके खिलाफ मुस्लिफ पक्ष कोर्ट पहुंच गया है.
शिव मंदिर पर बनी जामा मस्जिद?
मंदिर-मस्जिद के विवाद पूरे देश में कई जगहों पर हैं जिनमें से भोपाल की जामा मस्जिद भी शामिल हैं. हिंदू पक्षकारों का दावा है कि यह मस्जिद शिव मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी. दावा है कि इसका जिक्र एक उर्दू की किताब ‘हयाते कुदसी’ में होने की बात कही है. इस किताब को उस महिला शासक ने लिखा था जिसने मंदिर तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. फिलहाल कोर्ट में याचिका लगाने की तैयारी है.