झांसी में पानी को तरस रहे 15 गांवों की बंजर भूमि पर इस साल से हरियाली दिखने लगेगी। बबीना नहर परियोजना का पहला ट्रायल सफल हो चुका है। इस परियोजना के तहत बेतवा नदी से 39.71 किलोमीटर लंबी नहर बनाई गई है। नदी की सतह से नहर 99 फुट ऊंची है और ऐसे में पंपों से पानी लिफ्ट कराकर नहर तक पहुुंचाया जाना था।ट्रायल के दौरान नहर में सात किलोमीटर तक पानी पहुंचाया गया। इसी सप्ताह होने वाले दूसरे ट्रायल में तीन पंप एक साथ चलाए जाएंगे। परियोजना का 92 प्रतिशत काम हो चुका है। मार्च-अप्रैल 2022 तक बाकी काम भी पूरा हो जाएगा। इस साल की खरीफ की फसल को नहर से पानी दिया जाएगा।
25 साल से मांग कर रहे थे किसान
झांसी का बबीना ब्लॉक सूखाग्रस्त इलाकों में शुमार है। यहां गांवों तक सिंचाई के अधिक साधन नहीं हैं। अधिकांश किसान निजी साधन के भरोसे ही खेती-किसानी करते हैं। किसान करीब 25 साल से नहर की मांग कर रहे थे। बेतवा नदी से करीब 99 फुट ऊचाई पर सीधे पानी नहीं पहुंच सकता था।
लिहाजा, पानी को लिफ्ट कराकर नहर में पहुंचाने वाली बबीना नहर परियोजना लाई गई। 246 करोड़ की लागत की परियोजना का काम अक्टूबर 2014 में शुरू हुआ था। नहर से बबीना ब्लॉक के 15 गांवों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।
तीन पंपों से जाएगा नहर में पानी, एक रहेगा रिजर्व
बेतवा परियोजना अधीक्षण अभियंता शील चंद्र उपाध्याय ने बताया कि सुकुवां-ढुकुवां बांध के ऊपर बेतवा नदी के दो किलोमीटर अपर स्ट्रीम में पंप हाउस का निर्माण करवाया गया है। बेतवा नदी से पंप के जरिए पानी लिफ्ट कराकर नहर में पहुंचाया जाएगा। पंप हाउस से नहर की ऊंचाई करीब 99 फुट हैं। इसलिए 4 पंप लगाए गए हैं।
बिजली कनेक्शन का काम अंतिम चरण में
पंप चलाने के लिए पॉवर हाउस बनाया गया है। कनेक्शन का काम अंतिम चरण में चल रहा है। पॉवर हाउस में दो ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं, एक खराब दूसरे पर दूसरे से पंप चलाए जाएंगे। फिलहाल टेंपरेरी कनेक्शन पर ट्रायल का काम किया गया था।