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प्रदेश में सात बीएससी नर्सिंग कॉलेजों में सत्र शुरू करने की कवायद चल रही है। इन कॉलेजों के लिए आरपीएससी के जरिए भर्ती के बजाय विभागीय प्रमोशन से फैकल्टी के पद भरे जाएंगे। इसलिए स्वास्थ्य विभाग के निदेशक (अराजपत्रित) मुकुल शर्मा ने जाेन डायरेक्टर, सीएमएचओ और पीएमओ काे चिट्टी लिखी है।
निदेशक ने स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत नर्सिंगकर्मी, एएनएम और जीएनएम ट्रेनिंग सेंटराें पर कार्यरत ट्यूटर में से एमएससी नर्सिंग काेर्स उत्तीर्ण अभ्यर्थियाें की डिटेल मांगी है। मेडिसिन, सर्जरी और चाइल्ड हेल्थ में विशेषज्ञता हासिल कर चुके नर्सिंगकर्मियाें की जानकारी भी मंगवाई है। ऐसे नर्सिंगकर्मियाें और ट्यूटर की सूची बनाकर बीएससी नर्सिंग काॅलेज में फैकल्टी के रूप में नियुक्ति करने की योजना है।
इस तरह के एक नर्सिंग कॉलेज में प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल को मिलाकर 15 का टीचिंग स्टाफ होता है। इस तरह सात कॉलेजों में 105 का स्टाफ लगना है। सीकर में बीएससी नर्सिंग काॅलेज के लिए जमीन अलाॅटमेंट प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। फर्नीचर और दूसरी सुविधाओं के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है। जल्द ही सत्र शुरू हो जाएगा।
फर्जी सर्टिफिकेट से नाैकरी, 10 लैब टेक्नीशियन बर्खास्त
स्वास्थ्य विभाग ने 10 लैब टेक्नीशियनाें काे बर्खास्त किया है। बर्खास्त लैब टेक्नीशियनों ने काेराेना की लहर-2 में फर्जी सर्टिफिकेट देकर नाैकरी ली थी। मामले में हाईकाेर्ट ने बर्खास्त लैब टेक्नीशियनाें के सर्टिफिकेट काे फर्जी माना। काेराेना की लहर-2 में मरीजाें की आरटी-पीसीआर कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने लैब टेक्नीशियनाें की भर्ती शुरू की। भर्ती में संताेकबा दुर्लभजी मेमाेरियल अस्पताल से लैब टेक्नीशियन काेर्स का सर्टिफिकेट वाले 10 अभ्यर्थी शामिल हाे गए। विभाग ने इनका चयन कर नियुक्ति दे दी।