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सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के संबंध में योजनाएं तो खूब बनाई जा रही हैं, लेकिन आमजन में इसके प्रति अधिक रुझान नहीं दिख रहा है। यहां तक कि छत पर सोलर पैनल लगवाने को लेकर भी सरकारी एजेंसियां जनता में रुचि नहीं जगा पाई हैं। इससे भारत सौ गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन के अपने वर्ष 2022 के लक्ष्य से भी पिछड़ रहा है। जेएमके रिसर्च तथा इंस्टीट्यूट फार एनर्जी इकोनामिक्स एंड फाइनेंशियल एनालिसिस (आइईईएफए) की नई रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
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