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मंडावा राेड पर गंदे पानी की निकासी का विवाद गुरूवार काे फिर गहरा गया। सीतसर के ग्रामीणाें ने बरसाती पानी की निकासी के लिए नाला बनाने की मांग काे लेकर नेशनल हाइवे की लिंक सड़क का काम रूकवा दिया। जिसकाे लेकर तहसीलदार महेन्द्र सिंह व नगर परिषद के एईएन रणजीत गोदारा ने समझाइश कर कार्य दुबारा शुरू कराया। तहसीलदार के सामने ही ग्रामीणाें के दूसरे गुट ने नाला बनाने काे लेकर विरोध जताया। ग्रामीण आपस में उलझने लग गए।
इससे पहले पार्षद प्रमाेद बुडानिया समेत सीतसर के ग्रामीणाें ने सीसी लिंक सड़क का काम रुकवा दिया। ग्रामीणाें काे नेशनल हाइवे के एईएन हिमांशु महला ने समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण नहीं माने। सूचना पर उपखंड अधिकारी शैलेष खैरवा ने तहसीलदार महेन्द्र सिंह को भेजकर काम शुरू कराया। तहसीलदार के सामने उलझने पर पुलिस बुलानी पड़ी।
ग्रामीण बाेले-छह काॅलाेनियाें और गांव के पानी की निकासी व्यवस्था करानी चाहिए
ग्रामीणाें ने बताया कि गांव की काॅलाेनी का पानी डीपीएस स्कूल के सामने जमा हाे रहा है। इसकाे लेकर बड़ी परेशानी हाे रही है। सीतसर बालाजी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ग्रामीणाें काे आने जाने में परेशानी हाेती है। सीसी राेड बन जाने से गांव और बारिश के पानी की निकासी दूभर हाे जाएगी।
जबकि ग्रामीणाें दूसरे समूह ने इसकाे लेकर विरोध जताते हुए कहा कि नाला नहीं बनाया जाना चाहिए। गांव के पानी के निकासी के लिए साेखता कुआं बनाने से काम हाे जाएगा। इसकाे लेकर पहले पक्ष के लाेगों ने दूसरे काे बाहरी बताते हुए गांव के मामले में हस्तक्षेप नहीं करने की बात कही। इसकाे लेकर कई बार माहाैल गर्म हाे गया।