चिड़ावा।संजय दाधीच
चिड़ावा शहर की मंड्रेला रोड पर बिंवाल भवन के पास रिद्धि-सिद्धि मन्दिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कथाव्यास चित्रकूट की तुलसी पीठ के संत राजाराम महाराज ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया।
महाराज ने कहा कि ईश्वर ने कृष्ण रूप में काफी बाल लीलाएं की। इन सभी लीलाओं के पीछे भी जीव मात्र के उद्धार का भाव था। भगवान ने पूतना, अघासुर, अंधकासुर, बकासुर जैसे भयंकर असुरों का नाश किया तो वहीं यमुना नदी में आतंक मचाने वाले कालिया के घमंड का मर्दन कर उसे यमुना छोड़कर जाने को विवश कर दिया।
उन्होंने कहा कि भगवान हर बाल लीला मन को आनन्दित करने वाली हैं। भगवान की बाललीलाओं के श्रवण मात्र से मनुष्य के हृदय से विकारों का नाश होता है। कथा के प्रारंभ में मुख्य यजमान सुरेश जलिन्द्रा ने सपत्निक भागवत पूजन किया।
राधाकिशोरी, हीरालाल ने सुंदर भजनों की प्रस्तुति दी। इस दौरान बाल कृष्ण की झांकी ने सभी का मन मोह लिया। इस दौरान सुरेन्द्र, ज्ञानप्रकाश, मंजू देवी, राजकुमार, ओमप्रकाश, दीपक, गीता देवी सहित काफी संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालु मौजूद रहे।