चिड़ावा।संजय दाधीच
चिड़ावा। शहर की अग्रणी विप्र संस्था ब्रह्म चैतन्य संस्थान की ओर से परशुराम भवन में ब्राह्मण समाज के बालकों को पांडित्य कर्म प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ बुधवार को हुआ। संस्कृत शिक्षा विभाग के रिटायर्ड सहायक निदेशक कैलाश चतुर्वेदी, आचार्य पं. नगेन्द्र शर्मा के संयोजन व पाण्डित्य प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विद्वान आचार्य पंडित मुकेश पुजारी, आचार्य पं. अनिल शर्मा, आचार्य पं. देवीलाल शास्त्री के सानिध्य में संस्थान अध्यक्ष राजन सहल ने इसका शुभारम्भ किया।
इसका मिलेगा प्रशिक्षण –
इसको लेकर समाज की ओर से एक विशेष समिति बनाई गई है। इसमें शामिल विद्वतजन प्रतिदिन शाम को चार से छह बजे तक बालकों को वैदिक पूजन पद्धति, विवाह पद्धति, मुंडन संस्कार व अन्य संस्कारों के पांडित्य कर्म की शिक्षा देंगे। पंडितों के रूप में आचार-विचार और व्यवहार के बारे में नैतिक शिक्षा भी देंगे।
संस्थान पदाधिकारियों की अच्छी पहल-
ब्रह्म चैतन्य संस्थान के पदाधिकारियों की ओर से समय-समय पर नवाचार किए जा रहे हैं। उसी कड़ी में ये नवाचार भी किया जा रहा है। संस्थान अध्यक्ष राजन सहल व सचिव दीपक कौशिक ने बताया कि वर्तमान में ब्राह्मण बालक पांडित्य कर्म से दूरी बनाने लगे हैं और काफी कम पंडित अब विभिन्न संस्कारों को सम्पन्न कराने वाले बचे हैं। ऐसे में नई पीढ़ी को अभी से इसके लिए प्रोत्साहित कर शिक्षा देकर तैयार किया जा रहा है। इससे ना केवल ब्राह्मण युवक को रोजगार मिलेगा बल्कि वह स्वावलम्बी भी हो सकेगा।
अभी भी करवा सकेंगे पंजीकरण –
पाण्डित्य कर्म की शिक्षा लेने वाले इच्छुक ब्राह्मण समाज के व्यक्ति ब्रह्म चैतन्य संस्थान भवन में अभी भी अपना पंजीकरण शाम को चार से छह बजे के निर्धारित प्रशिक्षण समय के दौरान करवा सकते है।
इनका भी रहा सहयोग –
अध्यक्ष राजन सहल ने बताया कि इस कार्यक्रम में प्रमोद अरड़ावतिया ने बोर्ड, प्रमोद शर्मा ओजटू वाला ने स्टेशनरी और हरिराम शर्मा ने दैनिक पूजा प्रकाश पुस्तक उपलब्ध कराई है।
ये रहे मौजूद –
इस दौरान संस्थान उपाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, महासचिव दीपक कौशिक, सचिव संतोष अरड़ावतिया, कोषाध्यक्ष सुशील पदमपुरिया, पांडित्य प्रकोष्ट अध्यक्ष आचार्य पं. मुकेश पुजारी, सचिव आचार्य पं. अनिल शर्मा, आचार्य पं. देवीलाल दाधीच, राजेंद्र पारीक, प्रधानाचार्य सुशील शर्मा आदि मौजूद रहे।
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