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राजस्थान के दौसा में दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे पर एक बड़ा सड़क हादसा सामने आया है जहां एक जुगाड़ गाड़ी और कार में जोरदार भिड़ंत हुई है. मिली जानकारी के मुताबिक इस हादसे में दो लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए हैं. बता दें कि एक्सप्रेसवे के शुरू होने के पहले ही दिन यह हादसा हुआ है. पीएम मोदी ने रविवार को ही दौसा के धनावड़ में दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे का फीता काटा था जिसको दुनिया का सबसे आधुनिक तकनीक वाला हाइवे बताया जा रहा था. वहीं इस हाइवे पर गाड़ियों को 150 किलोमीटर की स्पीड से दौड़ाया जा सकता है. हालांकि हाइवे पर स्पीड लिमिट 120 किमी तय की गई है. वहीं इस हादसे के बाद यह सवाल उठ रहा है कि आखिर एक्सप्रेस वे पर जुगाड़ गाड़ी कैसे पहुंच गई. हालांकि जानकारी सामने आई है कि हाइवे पर टोल बूथ नहीं होने के कारण जुगाड़ वाहन वहां पहुंच गया जिसके बाद उसकी टक्कर एक कार से हो गई.
कल PM मोदी ने किया था उद्घाटन
मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को राजस्थान के दौसा पहुंचकर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के सोहना-दौसा खंड का उद्घाटन किया था. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित करते हुए मुझे बहुत गर्व हो रहा है. ये देश के सबसे बड़े और सबसे आधुनिक एक्सप्रेस-वे में से एक है. बता दें कि 246 किलोमीटर लंबे दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड को 12,150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है और इस हाइवे के शुरू होने के साथ दिल्ली से जयपुर की यात्रा का समय 5 घंटे से घटकर 3 घंटे हो जाएगा. वहीं पीएमओ के मुताबिक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 1,386 किलोमीटर की लंबाई के साथ भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा. यह एक्सप्रेसवे दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा की दूरी को 1,424 किलोमीटर से 12 प्रतिशत घटाकर 1,242 किलोमीटर कर देगा और यात्रा का समय 50 प्रतिशत कम होकर 24 घंटे से 12 घंटे हो जाएगा.
मात्र दो घंटे में दिल्ली से जयपुर
वहीं इस एक्सप्रेस वे पर आप 120 की रफ्तार से अपनी गाड़ी चला सकते हैं जहां पहले दिल्ली से मुंबई तक का सफर तय करने में 24 घंटे का समय लगता था लेकिन इस एक्सप्रेस वे के खुलने के बाद आप यह दूरी मात्र 12 घंटे में कवर कर सकते हैं. इसके साथ ही दिल्ली-मुंबई मेगा एक्सप्रेस वे से दिल्ली से जयपुर तक का सफर अब मात्र दो घंटे में पूरा होगा.मालूम हो कि साल 2018 में इस मेगा एक्सप्रेस वे की आधारशिला रखी गई थी जिसके बाद अब पहले चरण में सोहना से राजस्थान के दौसा तक का 225 किलोमीटर का काम पूरा हो गया है.