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एडीजे कोर्ट झुंझुनूं ने पिता के हक में दिया फैसला, बेटे ने पिता को चूम लिया और बोला आई लव यू पापा

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एडीजे कोर्ट झुंझुनूं ने पिता के हक में दिया फैसला, बेटे ने पिता को चूम लिया और बोला आई लव यू पापा
चिड़ावा। एक पिता से बेटे को छीन ले जाने का वाकया तो आपको याद होगा ही। जी हां हम बात कर रहे है उन्हीं बाप- बेटे की जिन्हें चिड़ावा में एसडीएम कोर्ट के फैसले ने अलग कर दिया था और पिता सदमें में बेहोश हो गया था। आज उस पिता की झुंझुनूं के एडीजे कोर्ट में जीत हुई। दरअसल, एक बेटे को उसकी इच्छा के विरुद्ध चिड़ावा एसडीएम कोर्ट के मां के साथ भेजने के फैसले के विरुद्ध दुखी पिता ने अपने बेटे को पाने के लिए एडीजे कोर्ट में अपील की थी।
आज तारीख पर सुनवाई के लिए पिता प्रीत अपने वकील के साथ पहुंचा। यहां पर एडीजे ने वकीलों और प्रीत की सुनी। प्रीत ने अपनी पीड़ा बयां करते हुए पूरी आपबीती कोर्ट को बताई और सारी बात सुनने के बाद एडीजे ने मामले में प्रीत के पक्ष में फैसला सुनाते हुए एसडीएम कोर्ट और प्रीत की पत्नी सुमन को आदेश भेजकर प्रीत को उसके पुत्र जतिन को तुरंत प्रभाव से सौंपने और इसकी पालना रिपोर्ट कोर्ट में 4 जुलाई तक पेश करने के निर्देश दिए हैं। मामले में पीड़ित प्रीत की ओर से वकील राजेश डेला, प्रमोद कुमार आदि ने पैरवी की। फैसला आने के बाद पिता फिर भावुक नजर आया। इसके बाद सूरजगढ़ थाने में बेटे को लेकर मां थाने आई। यहां पर पिता को देखते ही बेटा जातिन भावुक हो उठा। पिता के पास जाकर बैठ गया। पिता ने बेटे को सांत्वना दी।  फिर जैसे ही पिता ने गोद में लिया तो बेटे ने पिता को चूम लिया और कहा कि आई लव यू पापा, मैं आपके बगैर नहीं रह सकता। ये दृश्य देखकर हर किसी की आंख नम हो उठी। सभी बाप- बेटे के इस प्रेम को देख भाव विभोर हो उठे। इसके बाद प्रीत बच्चे को लेकर अपने गांव रवाना हो गया।
ये था पूरा मामला –
  दरअसल, खापड़वास (झज्जर) निवासी प्रीत की शादी कुछ साल पहले बेरला निवासी सुमन के साथ हुई थी। जिसके एक बेटा और बेटी है। बेटी पहले से ही अपनी माता के पास रह रही थी। वहीं बेटा जतिन अपने पिता प्रीत के पास रहता था। एसडीएम ने बच्चे को माता सुमन के साथ भेजने के आदेश दिए। जिसकी पालना में सूरजगढ़ पुलिस ने बच्चे को उनके पिता से लेकर माता को सुपुर्द करने के प्रयास किए। जिसके बाद पिता-पुत्र आपस में लिपटकर रोने लगे। मगर पुलिस ने दोनों को अलग करते हुए पुत्र इस छीन कर उनकी मां को सुपुर्द कर दिया। बेटे को बिछड़ा देख पिता प्रीत जोर-जोर से दहाड़े मारकर रोने लगा और उपखंड कार्यालय के बाहर ही बेसुध होकर जमीन पर गिर गया। करीब आधे घंटे तक पिता प्रीत बेटे के बिछोह में बदहवास हालत में जमीन पर पड़ा रहा। इसके बाद परिजनों व वकीलों ने उसे ने संभाला।
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