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चिड़ावा। रक्षाबंधन पर्व को लेकर अलग – अलग विद्वानों के अलग – अलग मत सामने आ रहे हैं। लेकिन चिड़ावा क्षेत्र के ज्यादातर विद्वतजन 12 अगस्त को रक्षा बंधन मनाने के मत से सहमत नजर आ रहे हैं। परमहंस पं. गणेश नारायण आध्यात्मिक केंद्र के अधिष्ठाता आचार्य पं. मुकेश पुजारी के अनुसार भद्रा में किसी प्रकार का शुभ कार्य वर्जित है। वहीं पूर्णिमा अगले दिन यानी 12 अगस्त को उगते सूरज के साथ भी मौजूद रहेगी। वहीं शेखावाटी क्षेत्र में दीवारों पर शुभता के प्रतीक सूण पूजने की पारम्परिक रीति को निभाने वालों को भी 12 अगस्त को ही सूण पूजन करना चाहिए, श्रावणी कर्म के लिए भी 12 अगस्त ही सर्वोत्तम है।

सत्यनारायण मंदिर के महंत आचार्य पं. हीरालाल पुजारी का मत है कि शुभ कार्य का शुभ मुहूर्त 12 अगस्त को ही है। हमारे शास्त्रों में भी उदय तिथि को ही विशेष महत्व दिया गया है। ऐसे में शुभता के लिए रक्षा बंधन पर्व 12 अगस्त को ही मनाना उत्तम रहेगा। विवेकानंद चौक स्थित केवलदास मंदिर के महंत जयराम स्वामी ने भी 12 अगस्त को रक्षा बंधन मनाने के विचार पर सहमति जताते हुए कहा कि भद्रा को हमेशा टाल कर ही रक्षा बंधन सहित शुभ त्योहार पर्व मनाए जाते हैं। हालांकि तिवाडी परिवार भद्रा में ही रक्षा बंधन, होली आदि त्यौहार मनाते आए हैं। इनके अलावा अन्य सभी को 12 अगस्त को पूर्ण पवित्र दिन पर रक्षा बंधन व सूण पूजन शुभ रहेगा।

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