REPORT TIMES
महिला अपराध पर सीएम योगी की जीरो टालरेंस की नीति के बाद भी पुलिस सुधरने को तैयार नहीं है। सम्भल में एक सामूहिक दुष्कर्म पीड़ित किशोरी ने पुलिस की लापरवाही के चलते आत्महत्या कर ली। पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार करने के बजाय किशोरी पर समझौते का दबाव बना रही थी। मृतका की मां ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
कुढ़फतेहगढ़ थानाक्षेत्र के एक गांव में बुधवार की सुबह 16 साल की किशोरी ने फांसी लगा ली। घटना की जानकारी होने पर परिवार वालों का गुस्सा उफान पर आ गया। पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए किशोरी की मां ने न्याय मांगा। जिस किशोरी ने खुदकुशी की उसके साथ 15 जुलाई को सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। पुलिस ने एक माह बाद 15 अगस्त को मुकदमा दर्ज किया और अब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं कर सकी थी। उल्टे पुलिस समझौते का दबाव बना रही थी। इससे क्षुब्ध होकर किशोरी ने यह कदम उठाया।
इस मामले में पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का अभियोग सामूहिक दुष्कर्म में नामजद आरोपितों के परिवार वालों के खिलाफ पंजीकृत किया है। अब गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है लेकिन, आरोपितों का पता नहीं है। उधर मामले की जानकारी होने के बाद डीआइजी मुरादाबाद शलथ माथुर भी घटना स्थल की ओर रवाना हुए हैं।
किशोरी की मां ने बताया कि बुधवार की सुबह उनकी बेटी का शव घर में ही फांसी के फंदे से लटकता हुआ मिला। उन्होंने बताया कि 12 जुलाई को उनकी बेटी को रजपुरा थानाक्षेत्र के सिसौना गांव निवासी सोवेंद्र भगा ले गया। उसके साथ उसकी मदद अटवा गांव निवासी वीरेश, जीनेश और होलू ने किया। 15 जुलाई को उनकी बेटी वापस आई तो स्वजनों को अपने साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की जानकारी दी।

किशोरी गांव में ही कक्षा आठ की छात्रा भी थी। उसे लेकर मां थाना कुढ़ फतेहगढ़ पहुंची लेकिन पुलिस ने जांच के नाम पर दोनों को खूब टरकाया। यहां तक मामले का अभियोग एक माह बाद 15 अगस्त को पंजीकृत किया गया। पुलिस ने सोवेंद्र, वीरेश, जीनेश, होलू के खिलाफ अपराध संख्या 67, धारा 363, 457, 376 (1), 506 व 3/4 पाक्सो एक्ट के तहत अभियोग दर्ज कर विवेचना एसआइ अनिल कुमार को दे दी।
एक तो एक माह बाद अभियोग पंजीकृत हुआ और उसके बाद गिरफ्तारी न होने से किशोरी तथा उसका परिवार पूरी तरह दहशत में आ गए। न्याय न मिलने की स्थिति किशोरी की मां ने इंस्पेक्टर कुढ़फतेहगढ़ तथा सीओ चन्दौसी के यहां भी आवेदन दिया लेकिन, कहीं सुनवाई नहीं हुई। इससे किशोरी मानसिक रूप से परेशान हो गई थी। मंगलवार की रात वह सोने गई और सुबह उसका शव फंदे से लटकता हुआ मिला। उधर, देर शाम मुरादाबाद से डीआइजी शलभ माथुर भी घटनास्थल की ओर रवाना हो गए।
एसपी चक्रेश मिश्र ने बताया कि 15 जुलाई को किशोरी के साथ एक युवक ने दुष्कर्म किया था। इस मामले में अभियोग दर्ज कर लिया गया था। बाद में 164 के बयान के बाद तीन और नाम अभियोग में जोड़े गए। इस मामले में बुधवार की सुबह किशोरी के खुदकुशी किए जाने के मामला सामने आया है।
शव कब्जे में लिया गया है। इस प्रकरण में आइपीसी की धारा 306 के तहत दुष्कर्म के आरोपितों के परिवार वालों के खिलाफ अभियोग दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।