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भरतपुर: राजस्थान के भरतपुर में एक प्रसूता की जान पर बन आई, जब वो अपने पहले बच्चे की डिलीवरी के लिए एंबुलेंस से महिला अस्पताल जा रही थी। दरअसल महिला जाते समय बिजली घर के समीप एक गड्ढे में फंस गई। इसमें प्रसूता और उसके गर्भ में पल रहा बच्चा बाल बाल बच गया। बताया जाता है कि भरतपुर जिले के अधापुर की रहने वाली 22 वर्षीय महिला डिलीवरी के लिए महिला अस्पताल में 108 एंबुलेंस से आ रही थी। तभी बिजलीघर से महिला अस्पताल की ओर जाते समय बिजली घर के समीप सड़क पर बिछाई गिट्टी, दलदलीय रूप ले चुकी थी, उसमें 108 एंबुलेंस का आगे का पहिया धंस गया।
झटके से गड्ढे में फंस गई एंबुलेंस
एंबुलेंस के वजन से ‘दलदलीय’ गिट्टी धंस गई। इसमें एबुलेंस के आगे का पहिया धंस गया। अचानक गड्ढे में जाने से जोरदार झटका लगा और झटके के साथ ही एंबुलेंस वही जाम हो गई। हालांकि प्रसूता बाल-बाल बच गई। उसे कोई चोट नहीं आई है। लेकिन प्रसूता महिला को प्रसव का दर्द बढ़ गया। महिला दर्द से कराह रही थी।
20 मिनट बाद दूसरे एंबुलेंस पहुंची
तकरीबन बीस मिनट तक गाड़ी में प्रसूता तड़पती रही। लेकिन बाद में 20 मिनट के बाद दूसरी एंबुलेंस वहां पहुंची और प्रसूता को लेकर अस्पताल गई। बाद में वहां मौजूद लोगों ने एंबुलेंस को धक्का देकर बाहर निकालने की कोशिश की। लेकिन गाड़ी टस से मस नहीं हुई। बाद में जेसीबी मशीन बुलाई गई और गाड़ी को निकलवाया गया। उसी वार्ड 32 के पार्षद ने बताया कि प्रशासन की लापरवाही से यहां सड़क का ये हाल है। रोजाना हादसा हो रहा है।