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जयपुर: जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल जाने वाले मरीजों, परिजनों और चिकित्साकर्मियों के लिए यह एक जरूरी खबर है। इलाज के लिए एसएमएस अस्पताल जाने वाले मरीजों, उनके परिजनों और मेडिकल स्टाफ के लिए अस्पताल प्रशासन ने विशेष हिदायत जारी की है। अस्पताल परिसर में कोई भी शख्स धूम्रपान करते हुए, तंबाकू का उपयोग करते हुए, इधर-उधर थूकते हुए या किसी भी तरह का नशा करते हुए पाया गया तो उस पर जुर्माना लगेगा। जुर्माने के रूप में 500 रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा। इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा ने निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सवाई मानसिंह अस्पताल राजस्थान का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है, जहां प्रदेशभर के अलावा पड़ोसी राज्यों के कई मरीज रोज इलाज के लिए आते हैं। करीब 10 हजार से ज्यादा मरीज प्रतिदिन आउटडोर में इलाज के लिए आते हैं।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री हुए थे नाराज, इसलिए अस्पताल प्रशासन हुआ सख्त
कुछ महीने पहले तबियत नासाज होने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इलाज के लिए सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचे थे। वहां उन्होंने विभिन्न तरह की जांच करवाई थी। इस दौरान अस्पताल में पड़ी गंदगी पर अशोक गहलोत की नजर पड़ी थी। अस्पताल परिसर की गंदगी देखकर अशोक गहलोत ने नाराजगी जताई थी। थोड़े ही दिनों बाद अस्पताल के अधीक्षक को भी बदल दिया गया। पिछले दिनों डॉक्टरों की कांफ्रेंस के दौरान गहलोत ने एसएमएस अस्पताल परिसर की गंदगी का जिक्र फिर छेड़ते हुए डॉक्टरों को साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की नसीहत दी थी। इसका असर अब देखने को मिला है। अस्पताल के नए अधीक्षक पर मुख्यमंत्री की फटकार का बड़ा असर देखने को मिला है। नए अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा अस्पताल की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।
नियम पहले से हैं, अब सख्ती से पेश आएगा अस्पताल प्रशासन
सार्वजनिक स्थानों पर बीड़ी, सीगरेट, तम्बाकू, शराब और अन्य प्रकार का नशा करना कानूनी अपराध है। इसके लिए चिकित्सा विभाग द्वारा पहले से ही स्पष्ट नियम बनाए हुए हैं। अब स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के बाद अस्पताल प्रशासन ज्यादा एहतियात बरतने लगे हैं। सवाई मानसिंह अस्पताल प्रशासन ने अलग से टीमें बनाई है जो पूरे अस्पताल परिसर में घूम कर लोगों पर निगरानी रखेगी। सवाई मानसिंह अस्पताल का परिसर काफी बड़ा है जो कि चार हिस्सों में पुरानी बिल्डिंग, धनवंतरि आउटडोर, चरक भवन और मल्टीस्पेशलिटी भवन में बंटा हुआ है। इन चारों हिस्सों में निगरानी के लिए अलग अलग टीमें मुवमेंट करती रहेगी और जो भी तंबाकू और नशीले पदार्थों का उपयोग करते हुए पाया जाएगा। उनके खिलाफ मौके पर ही जुर्माना वसूलने की कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल अस्पताल के सुरक्षागार्डों के भरोसे है यह काम
वर्तमान में अस्पताल में लगे सुरक्षागार्डों पर आगन्तुकों का सामान जांचने की जिम्मेदारी दी गई है। अस्पताल परिसर में प्रवेश करने के दौरान सुरक्षा गार्ड फोरी तौर पर लोगों के सामान की जांच करते हैं। कई लोग से बीड़ी के बंडल, तंबाकू के पाउच और माचिस लेकर जब्त करते हैं। इसके बावजदू भी अधिकतर लोग सुरक्षागार्डों को गच्चा देकर अस्पताल परिसर में ही तंबाकू और धूम्रपान सामग्री ले जाते रहते हैं। ऐसे लोगों पर अब विशेष निगरानी रखी जाएगी और जो भी व्यक्ति तंबाकू या नशीले पदार्थों का सेवन करता हुआ पकड़ा जाएगा तो उनके खिलाफ हाथोंहाथ कार्रवाई हो सकेगी।