जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जोर पकड़ रही थी तभी कोरोना महामारी को बड़ा मुद्दा बनाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर कटाक्ष किया।
नीतीश ने हंसते हुए पूछा कि, “उन्होंने पहले क्यों कहा था कि हमें कोविड-19 के बारे में नहीं सोचना चाहिए, और अब जब कांग्रेस के नेता यात्रा निकाल रहे हैं, तो वे नए सिरे से अलार्म बजा रहे हैं। वे अब कोविड के बारे में इतने सतर्क क्यों हो गए हैं?”
यह पूछे जाने पर कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने यात्रा में कोविड प्रोटोकॉल सुनिश्चित करने या ‘राष्ट्रहित में’ इसे टालने का आह्वान किया है, नीतीश ने पलटवार करते हुए कहा, “यही तो मैं कह रहा हूं। प्रत्येक व्यक्ति को राजनीतिक रूप से यात्रा निकालने का अधिकार है। वे भी ऐसी यात्राएं निकालते रहते हैं। वे राजनीतिक जुलूस क्यों निकालते हैं।”
नीतीश ने आगे जोर देकर कहा कि बिहार में कोविड की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और परीक्षण कभी भी बंद नहीं हुए है। उन्होंने कहा, “कई मौकों पर, राज्य में शून्य मामले दर्ज किए जाते हैं। यहां तक कि जिन दिनों कोरोना के मामले सामने आते है, उन दिनों भी आंकड़े सिर्फ एक अंक में होती है। फिर भी, हमने परीक्षण जारी रखा है।” मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रत्येक 10 लाख की आबादी पर परीक्षण किए गए लोगों की संख्या लगभग आठ लाख है, जो राष्ट्रीय औसत छह लाख से कहीं बेहतर है।”