REPORT TIMES
चिड़ावा। शहर की सिंघाना बाईपास रोड पर आईटीआई के पास गोचर भूमि में एक नवजात का क्षत विक्षत शव मिला। एक ग्रामीण बच्चे ने सबसे पहले नवजात की लाश देखी तो उसने अपने परिजनों को सूचना दी। इसके बाद जानकारी मिलने पर सरपंच शीशराम मौके पर पहुंचे और पुलिस को बुलाया। एसआई कैलाश के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंची और झाड़ियों से शव को बाहर निकाला। शव को जानवरों ने नोच डाला। ऐसे में शव लड़के का था या लड़की का, ये पता नहीं चल सका। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर हत्यारी मां और बाप की तलाश में जुट गई।
आखिर मां मेरा कसूर क्या था ?
मां जब तेरी कोख में आए तो लगा मानो भगवान ने दुनिया की सारी खुशियां मुझे दे दी हो। वहीं नौ माह तक मां तेरे आंचल में आने का इंतजार रहा। तेरी कोख से बाहर आए तो बस एक तू ही मेरी पहचान थी। बस तेरी कोख में दुबके हुए ममता का अहसास कर रहे थे। अभी तो दुनिया देखी भी नहीं थी कि अचानक तेरी ममता का मोह त्याग क्यों हो गया। तभी तो अचानक से मुझे अपने से दूर कर झाड़ियों में पटक गए। जब जानवरों ने मुझे नोचा तो भी क्या तुझे दर्द नहीं हुआ। क्या एक मां इतनी निष्ठुर हो सकती है। जब सर्दी में मुझे जानवर नोच रहे थे तो पिता ने भी मेरे बारे में जरा भी नहीं सोचा। मरते दम तक बस निहारा आपको कि क्या पता ममता जाग जाए और आप मुझे बचाने आ ही जाओ। लेकिन आप कोई नहीं आए। ऐसे में भगवान से मौत ही मांगी और बस ये ही आखिरी बार कहा कि ये दुनिया क्या ऐसे निष्ठुर लोगों से भरी है। जिस ममता को पाने को भगवान आप स्वयं धरती पर अवतार लेते हैं क्या वो ममता हर मां के दिल में नहीं होती या फिर मेरी मां की भी कोई मजबूरी रही हो, क्या मैं कोई लड़की थी या किसी की हवस का परिणाम। ये तो मैं नहीं जानती लेकिन मेरी मौत पर मेरी मौत के कारण बने कातिलों को सजा जरूर मिलनी चाहिए ताकि फिर कोई मां बाप इस तरह ममता का तिरस्कार ना करें।
– अज्ञात
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