REPORT TIMES
चिड़ावा। भीषण शीत लहर ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। सबसे अधिक नुकसान सरसों की फसल में हुआ है। वहीं सब्जियों को भी पाले ने लील लिया। किसानों का कहना है कि करीब 95 फीसदी तक नुकसान हो गया है। किसान अब बुझे मन से पाले की चपेट में आई सरसों की फसल को नष्ट करवा रहे हैं। सारी में किसान धर्मवीर पचार ने अपने खेत के दस बीघा हिस्से में खड़ी सरसों की फसल पर ट्रेक्टर चलवा दिया।
किसान पचार का कहना है कि फसल पर दस हजार रुपए खर्च हुए थे। लेकिन पिछले दिनों पड़ी कड़ाके की सर्दी में पूरी फसल चौपट हो गई। शत प्रतिशत नुकसान के बाद अब दुखी मन से इसे नष्ट करवाने के अलावा कोई दूसरा उपाय नहीं बचा था। सरसों की फसल में दाने पानी जाने से खराब हो गए। ये फसल अगर तैयार होती तो करीब एक से डेढ़ लाख रुपए का फायदा होता। लेकिन शायद राम राजी नहीं है। अब राज से आस है। किसान हितेश पचार, डॉ. जयप्रकाश, सुरेश पचार, सरजीत ओला, जिले सिंह, घीसाराम, मुकेश आदि ने मांग की है कि राज्य सरकार को जल्द से जल्द खेतों में विशेष गिरदावरी करवाकर किसानों को नुकसान की भरपाई मुआवजा देकर करनी चाहिए।
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